खूंटी M¤ संसद में 143 सांसदों के निलंबन मसले पर ठंढ के मौसम में भी राजनीतिक गर्मी देखने को मिल रही है।
सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के एक दूसरे के खिलाफ धरना प्रदर्शन का रुख अख्तियार कर लिए हैं। एक ओर जहां आज भाजपाईयों ने हेमंत गठबंधन सरकार के खिलाफ विरोध का स्वर मुखर किया है यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं।वहीं कल इंडिया गठबंधन में शामिल राजनीतिक दल 143 सांसदों के निलंबन मामले पर एकजुट होने लगे हैं। खूंटी में कल समाहरणालय के सामने सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
धरना प्रदर्शन को लेकर जेएमएम और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई है। जिले में पहली बार कांग्रेस और झामुमो एक साथ एक मंच पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा।
दोनो दलों के जिलाध्यक्षों ने मीडिया के समक्ष कहा कि देश के इतिहास में आजतक इतनी दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं हुई है जिसमें एकसाथ 143 सांसदों को संसद के बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है। देश के इतिहास में यह पहली घटना है इसकी जितनी भी निंदा की जाय कम है। कल पूरी तैयारी के साथ देशभर में 143 सांसदों के निलंबन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायकों को निलंबित किए जाने सवाल पर झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा खुद करता है और आरोप दूसरे पर लगाता है। भाजपा का नौटंकी है और लागातार यही करते आया है। बाद से भाजपा ने राज्यपाल से मिलकर सरकार का विरोध तेज कर दिया है। बैठक में झामुमो जिलाध्यक्ष सह 20 सूत्री उपाध्यक्ष जुबेर अहमद,कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा, सहित झामुमो नेता केंद्रीय सदस्य मकसूद अंसारी, डॉ हेमंत तोपनो, जिलाउपाध्यक्ष मगन मंजीत तिदु, बिजय सांगा, डेविड हमसोय और कांग्रेस नेता पीटर मुंडू,नईमुद्दीन खान, एडवर्ड हंस शामिल थे।