चतरा/प्रतापपुर। महुआ चुनने को लेकर इन दिनों जंगलों में ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आग से दुर्लभ जड़ी बूटियां व जीव जंतु नष्ट हो रहे हैं। प्रतापपुर वन क्षेत्र के जंगलों में भी क्षणिक स्वार्थ के लिए ग्रामीणों के द्वारा आग लगा दिया गया है, जिसके कारण छोटे-छोटे जीव जंतु तथा जीवन रक्षक वैसी जड़ी बूटियां इनका उपयोग आयुर्वेद इलाज में किया जाता रहा है, वो सभी नष्ट हो रहे हैं। बताते चलें कि महुआ चुनने वालों के द्वारा पेड़ के नीचे सूखे पत्तों में आग लगा दिया जाता है, जिसके वजह से यह आग जंगलों में फैल कर भीषण रूप धारण कर लेती है। जिसे संभालना मुश्किल नहीं नामुमकिन हो जा रहा है। जंगल की आग से पशु-पक्षियों के साथ विभिन्न प्रकार के पौधे-पौधों के साथ्थ जड़ी-बूटी नष्ट हो रहे हैं। हालांकी दुसरी ओर महुआ चुनने वालों के द्वारा जंगल में आग लगाकर जाने या अनजाने में किए जा रहे बड़े नुकसान के प्रति सचेत करते हुए वन पदाधिकारी एवं कर्मचारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि जंगल को बचाना है तो जंगल में आग नही लगाएं। इस संबंध में वन विभाग के पदाधिकारियों का कहना है कि अपील के बाबजूद लोग बाज नही आते हैं तो चिन्हित कर वन अधिनियम के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।