रामगोपाल जेना
बंदगांव : कराइकेला थाना के हुडंगदा पंचायत के सुबानसाई गांव में गुरुवार को झूमर सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
यह कार्यक्रम उर्मिला महतो झूमर ग्रुप के द्वारा किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन नकटी मुखिया मिथुन गागराई, समाजसेवी अभय महतो ,जितेंद महतो ,उर्मिला महतो एवं होली हतो ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया. यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे के भजन से किया गया. इसके बाद झूमर गायक उर्मिला महतो,शत्रुघ्न महतो, बिजय महतो, ख़ुशी महतो, जातेन महतो, ने कुड़मालि गीत पर दर्शकों का मन मोह लिया. ग्रुप के अन्य कालाकारों ने कुरमाली , नागपुरी, आदिवासी तथा संबलपुरी नृत्य कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. उर्मिला महतो ने “मुड़े गागरी धरि, जमुनारे जल भरी” के गीत पर इसके साथ ही कुरमाली, ओड़िया व हिंदी फिल्मों के गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
गीत के साथ-साथ युवतियों नृत्य पेश कर रही थी. यह कार्यक्रम देर शाम तक चला. झूमर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण जुटे थे. कार्यक्रम में कंसारा,नकटी,कराइकेला,चक्रधरपुर, बंदगांव, ओटार, पुटसाईं ,सुवासाईं ,भालुपानी,ओटार, देवगांव, चक्रधरपुर, सोनुवा, गोइलकेरा समेत दर्जनों गांवों से ग्रामीण जुटे थे.
कार्यक्रम के उद्घाटन सामरोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मिथुन गागराई ने कहा की झूमर स्थानीय भाषा की पहचान दिलाता है. झूमर कार्यक्रम में कुरमी, संथाली, हो, संबलपुरी, हिंदी आदि भाषा में गाई जाती है. भाषा को बचाने के लिए गांव गांव मे झूमर कार्यक्रम होनी चाहिए.
उन्होंने कहा प्रत्येक साल यहां झूमर कार्यक्रम होना यह एक भाषा को बचाये रखने की प्रयास है.उन्होंने कहा हमें अपनी भाषा से लगाव है.इस तरह का कार्यक्रम से लोगों में भाषा के प्रति लगाव और समाज को जोड़े रखने का कार्य होता है. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से अब्बू महतो,होली महतो,राकेश महतो, भीमसेन महतो ,जयराम महतो,रूपेश महतो, आकाश महतो, अनिल महतो ,घसिया महतो,झारखंड महतो,आनंद महतो,कोकिल महतो आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहा.इस मौके पर मेला का भी आयोजन किया गया था.मौके पर हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.