पाकुड़: भारत सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग ने पढ़ना-लिखना अभियान की शुरूआत की है। 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर किया जाना है उक्त बाते उपायुक्त कुलदीप चैधरी ने समाहरणालय सभाकक्ष में पढ़ना-लिखना अभियान के तहत जिले के सभी निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने की दिशा में शिक्षा विभाग के अधिकारियों संग बैठक में कही।उन्होने कहा कि जो व्यक्ति शिक्षा से वंचित है, चाहे वे युवा हो या वृद्ध उन्हें साक्षर बनाना है। इस अभियान के तहत कोई भी व्यक्ति निरक्षर की श्रेणी में न रहे, नाम एवं अपने बेसिक फाईनेंस की जानकारी हो। सभी प्रखंडों के निरक्षर को चिह्नित करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रखंडवार लक्ष्य दिया गया है। परन्तु मनसा यह है कि निरक्षर व्यक्ति अपना नाम लिख सके। उन्होने कहा कि कोई सिगल माध्यम से नहीं बल्कि शिक्षक अपने विवेक का भी प्रयोग कर, निरक्षर को साक्षर बनाने का कार्य करें। वर्तमान में क्या वे साक्षर है या नहीं, सूचि तैयार कर नये पोर्टल में अपलोड कराने का उन्होने निर्देश दिया। साथ हीं निरक्षर को साक्षर बनाने की बात कही । बैठक में उप विकास आयुक्त अनमोल कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा, पाकुड़ विधायक प्रतिनिधि, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जेएसएलपीएस डीपीएम प्रवीण मिश्रा एंव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जिला समन्वयक सुमन मिश्रा आदि उपस्थित थे।