एक वर्ष से क्षतिग्रस्त पुल जोह रहा जीर्णोद्धार का बाट
महेंद्र कुमार यादव
चतरा: कान्हाचट्टी से पांडे महुवा भाया डोड़ागढ़ा सड़क के बीच में बड़की नदी पर बनी पुल पिछले एक वर्ष से क्षतिग्रस्त है और दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है। अब यह पुल को जनप्रतिनिधियों और किसी फरिश्ते की आस में जीर्णोद्धार का बाट जोह रही है। पानी का तेज बहाव के कारण पुल के किनारे का भाग का गडवाल ध्वस्त हो गया। जिसके बाद से किनारे का हिस्सा धीरे धीरे काटता चला गया, अब तो पुल की किनारे की मुख्य सड़क भी आधा से अधिक ध्वस्त हो गया है,कभी भी पुलिया के किनारे का छोर पूरी तरह से टूट सकता है। क्षतिग्रस्त पुलिया से ही हो कर दो पहिया और चार पहिया वाहन अभी भी गुजर रहे है। उक्त पथ पर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है,बरसात का मौसम आने से इसकी खतरा और बढ़ गया है,एक वर्ष से उक्त पुल की यही स्थिति है। लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस ओर नहीं है। उक्त पुल मुख्य बाज़ार कान्हाचट्टी से सटी है।इसी सड़क से होकर क्षेत्र के कई गावो के लोग कान्हाचट्टी बाज़ार पहुंचते है। पुलिया को पूरी तरह से टूटने से बाज़ार से कई गावो का संपर्क टूट जाएगा,एक वर्ष पूर्व चतरा के मानिए सांसद क्षेत्र भर्मण के दौरान उक्त छती ग्रस्त पुल का निरीक्षण कर जल्द निर्माण कराने की आश्वासन दिए थे, सांसद की पहल से पुलिया की मर्मती के लिए जिला परिषद के द्वारा टेंडर भी निकला गया था, लेकिन जिला परिसाद के कार्यपालक अभियंता के अड़ियल रवैया के कारण कार्य आवंटित संवेदक का इकरार नमा नहीं किया गया,इकरार नामा नहीं होने के कारण संवेदक द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं किया गया,बाद में पूरी टेंडर प्रक्रिया को ही रद कर दिया गया,वर्तमान समय में पुनः संविदा निकाली गई है,लेकिन अभी तक कार्य का प्रारंभ नहीं किया गया है, छटिग्रस्त पुलिया का निर्माण नहीं होने से प्रखंड के आम लोगों और बुद्धिजीवियों में रोष है, पुलिया को जल्द ठीक कराने की मांग की है।