पति के विरूद्ध नक्सलियों का साथ देकर पुलिस टीम को क्षति पहुंचाने का है आरोप
मामला : कुरूमगढ थाना कांड संख्या – 05/2021
बसंत कुमार गुप्ता
गुमला l जिले के गुमला प्रखंड अंतर्गत टोटो निवासी कौशर परवीन ने राज्य के पुलिस सु्प्रीमो पुलिस महानिदेशक , झारखण्ड, रांची को पत्र प्रेषित कर अपने पति छोटू खान के विरुद्ध लगाये गए आरोप को ग़लत करार देते हुए उन्हें दोषमुक्त करने का आग्रह की है l कौशर परवीन ने पुलिस महानिदेशक को भेजी गई पत्र में उल्लेख की है कि ‘ मेरे पति छोटू खान एक सीधा साधा इंसान है तथा अपना गेट ग्रिल का दुकान एवं बस एजेंटी का कार्य कर जिविकोपार्जन करते हैं और आज तक मेरे पति छोटू खान के विरुद्ध किसी भी तरह का फौजदारी एवं दीवानी केस मुकदमा कोर्ट या थाना में नहीं है , ये अपना कार्य में हमेशा व्यस्त रहते हैं और यह जल्दी किसी से दोस्ती भी नहीं करते हैं लेकिन बिना कोई दोस्त गुनाह के मेरे पति छोटू खान के विरुद्ध कुरूमगढ थाना कांड संख्या – 05/2021, दिनांक 25-02-2021, धारा – 147/148/149/307/353 भा०द०वि०, 27 आर्म्स एक्ट 3/4/5 वि०प०अ० -1908 एवं 17 सी०एल०ए० एक्ट में फंसाकर क्रम संख्या -14 में मेरे पति को झूठा रूप में एक साजिश के तहत अभियुक्त बना दिया गया है , जबकि दिनांक 25-02-2021 को मेरे पति मेरे साथ मेरे घर फोटो आवास में थे तथा एक माह बाद इस केस की जानकारी होने पर टोटो में एक ग्राम सभा हुई जिसमें पंचायत के ग्राम प्रधान कमल उरांव के तत्वाधान में बैठक हुई और नामित 7 लोगों को चिन्हित कर उनके आचरण व्यवहार एवं उनके सामाजिक कार्यों को देखते हुए निर्दोष बताया गया जहां क्रम संख्या – 4 में मेरे पति छोटू खान को भी निर्दोष बताया गया तथा दिनांक 20 5:00 2021 को इस संबंध में मेरे द्वारा एक पत्र अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चैनपुर को समर्पित भी किया गया जहां अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी , चैनपुर ने स्वयं टोटो आकर जांच किया और कई तरह की पूछताछ मेरे पति छोटू खान के बारे में किया गया जहां मेरे पति निर्दोष निकले परंतु कूरूमगढ थाना प्रभारी श्री रुपेश कुमार एवं पुoअoनिo श्री नीरा तिगगा के द्वारा मुझसे एवं मेरे पति छोटू खान से एक बार भी आज तक किसी तरह का कोई पूछताछ नहीं किया गया और इस प्राथमिकी दर्ज से मेरे पति का नाम भी अब तक नहीं हटाया गया जिससे हम सभी पूरे परिवार में भय का वातावरण है मेरे पति छोटू खान बिल्कुल निर्दोष है तथा मेरे छोटे-छोटे बाल बचे हैं l ‘ इन्होंने पत्र के अंत में कहा है कि मैं विशेष आग्रह करती हुं कि मेरे पति का मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया जाए साध ही इस क्षेत्र के लोगों से उनके व्यवहार आचरण को जांच किया जाए एवं कृपया इस केस से मेरे पति का नाम हटाते हुए उन्हें दोषमुक्त करने की कृपा किया जाए l पत्र की प्रति एडीजे, सरकार के मुख्य सचिव व पुलिस अधीक्षक, गुमला को भी सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही प्रेषित है l