खूंटी : राजधानी में बढ़ते कोविड-19 के मरीजों का असर पड़ोसी जिला खूंटी में भी देखने को मिल रहा है। राजधानी में मरीजों को अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन नहीं मिलने से अब मरीज खूंटी सदर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। इधर खूंटी जिले में लगातार बढ़ते कोविड -19 के मामलों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर काम कर रहा है। एक तरफ रांची में मरीजों के परिजन स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते नजर आ रहे हैं वहीं खुंटी सदर अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए मानवीयता का परिचय देकर कम सुविधाओं में भी मरीजों की जान बचाने में लगे हैं। जिले में कोविड मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सकीय सुविधा बहाल की गई है। अन्य जिलों के कोविड -19 के मरीज भी खूंटी की हेल्थसाइट में ऑनलाइन बेड की उपलब्धता के आधार पर मरीज यहां पहुंचने लगे हैं जिससे जिले का स्वास्थ्य महकमा के लिए बड़ी चुनौती है बावजूद खुंटी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा
चुनौतियों ने निबटने के लिए तैयार है। तैयारियों के बाद भी जिले में कोरोना से 13 लोगों की जान जा चुकी है जबकि जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 973 हो गयी है।
खूंटी के सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने बताया कि खूंटी जिले में खाली बेड के ऑनलाइन डिस्प्ले से कोरोना संक्रमित मरीजों को काफी सुविधा मिलने लगी है। खूंटी के सदर अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर 12 डॉक्टर और 20 हैल्थवर्कर कार्यरत हैं। साथ ही चतुर्थ श्रेणी के वर्कर भी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ टीमवर्क में अपना योगदान दे रहे हैं। ऐसे में कोविड -19 के मरीजों की बेहतर देखभाल की जा रही है। साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए 4 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
सिविल सर्जन ने बताया कि इस बार कोविड -19 के मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन और सेकेंडरी बैक्टिरियल इन्फेक्शन के कारण ऑक्सीजन की मात्रा तेजी से घटती जा रही है। इस बार का स्ट्रेन मरीजों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही है। लेकिन इस बार सिम्टम्स ज्यादा हैं खास तौर पर ऑक्सीजन सैचुरेशन तेजी से हो रहा है। इसको लेकर इस बार मरीजों को उच्चस्तरीय एन्टीबायोटिक दवाएं दी जा रही हैं।
जबकि पिछली बार मरीजों में ऑक्सीजन लेवल सामान्य बना रहता था। जिले में 16 मरीजों को ऑक्सीजन स्पोर्ट में रखने की व्यवस्था की गई है। अभी जिले में ऑक्सीजन के 30 सिलिंडर रखे गए हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि फिलहाल मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी लेकिन ऑक्सीजन सिलिंडर को रिफिल कराने में परेशानी उत्पन्न हो रही है। बमुश्किल कोविड मरीजों का ईलाज जारी है जिससे यहां मौत कम हो रही है। सिविल सर्जन मानते है कि इस बार का कोविड लोगों के लिए मौत बनकर आई है और इससे बचाव का एक ही उपाय है वेवजह घर से न निकले और हमेशा मास्क का प्रयोग करें। सिविल सर्जन ने सरकार पर इस दिशा में प्रयास करने की गुहार लगाई है ताकि खूंटी में राजधानी के भटकते मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिले में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध है।