रांची: भू-माफिया द्वारा बजरा में आदिवासी जमीन की कब्जा करने के खिलाफ आज महिला सरना समिति और एपवा के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने गोलबंद होकरनिमार्ण कार्य को बंद करा दिया है। बड़ी संख्या में जुटी महिलायें रैली निकालकर बजरा के खाता ,119 प्लॉट नम्बर 336 पर पहुंचे जहां, एक सौ से अधिक मजदूरों को लगाकर काम कराया जा रहा था। काम बंद करने की बात कहने पर बिचौलिए महिला सरना समिति और एपवा से जुडी महिलाओं से ऊलझ गए। हाथापाई की हालात बन गई तब आक्रोशित होकर महीला सरना समिति के महिलाओं ने काम बंद करा दिया । भीड़ द्वारा दीवाल गिराने की भी कोशिस की गई। काम बंद होने तक महिला सरना समिति के कार्यकर्ता जमीन पर डटे थे। पंडरा थाना के पुलिस अधिकारी संजय नायक सदल बल स्थल पर पहुंच समझा बुझा कर मामले को शांत कराया। खतियानी रैयत रुगू उरांव के वंशज समेत महिला सरना समिति और एपवा से जुडी महिलाओं ने थाना जाकर थाना प्रभारी को अपना पक्ष सुनाते हुए कहा की जब तक इस मामले में कोई आदेश ना आए तबतक काम बंद रहेगा। इसी जमीन के खाता 119 पर निषेधाज्ञा लगा हुआ है । इसके बावजूद काम किया जा रहा था। घटना की जानकारी मिलने भाकपा माले के जिला सचिव भुवनेश्वर केवट ने विरोध करने वाले आदिवासी महिला सरना समिति के लोगो से मिलकर घटना की जानकारी ली। उन्होनें ने कहा कि झारखंड आंदोलन से उपजे नेताओं की सरकार में भी जमीन के असली मालिक अपने जमीन से बेदखल हो रहे हैं। राज्य में आदिवासियो की जमीन की लूट मची हुई है, यही हालात रही तो अपने ही राज्य में हम अल्पसंख्यक हो जायेगें। भाकपा माले इस सवाल पर राज्यव्यापी आंदोलन करेगी। कार्यक्रम का नेतृत्त्व मेवा उरांव , अघनी उरांव, शनिचरवा मुंडा, आयती तिर्की शांति, मीना लकरा ने किया।