स्वास्थ्य व सड़क से वंचित हैं ग्रामीण, कागजों पर लिखी जा रहा क्षेत्र की विकास गाथा
नरेश कुमार सिंह
मयूरहंड(चतरा)। जिले के मयूरहंड प्रखंड अंतर्गत सांसद सुनील कुमार सिंह के द्वारा गोद लिया गया आदर्श पंचायत हुसीया मूलभूत सुविधाओं से जुझ रहा है। वहीं दो वर्षों से सांसद व आला अधिकारी केवल कागजों पर क्षेत्र के विकास की गाथा लिख रहे हैं। अनुसूचित कोटे से आरक्षित आदर्श पंचायत हुसीया को चतरा सांसद श्री सिंह ने गोद लिया था। पर आज तक आदर्श पंचायत के लोग स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा एवं सड़क से महरूम हैं। पंचायत के ग्यारह गांव हुसीया, पीपरा, सिंघरावां, हडाही, बम्हंडी, गणेशपुर महुवरी, पुरैनी, सरगांव व करकरा के बुनियादी सुविधाओं में अबतक कोई बदलाव नहीं हुआ है। यहां तक कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना शौचालय से भी सैकड़ों गरीब परिवार पंचायत के आजतक दुर महरुम हैं और खुले में शौच करने को मजबुर हैं। करकरा एवं सरगांव आजतक पंचायत मुख्यालय से नहीं जुड़ा। पंचायत व प्रखंड कार्यालय पहुंचने को लेकर ग्रामीणों को पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता है। बरसात के दिनों में ग्रामीण चार किलोमीटर की जगह बीस किलोमीटर घुमकर पंचायत व प्रखंड कार्यालय पहुंचते हैं। नाम उजागर नहीं करने के शर्त पर पंचायत के कुद ग्रामीणों ने बताया कि आदर्श पंचायत घोषणा करने के बाद से सांसद श्री सिंह केवल महुवरी गांव दर्जनों बार पहुंचे। जहां पंचायत वासियों को केवल आश्वासन दिया गया। महुवरी गांव को भी अभीतक कोई लाभ नहीं मिल पाया है। आज भी महुवरी से पंचायत मुख्यालय हुसीया को जोड़ने वाली महानंदा तालाब की मेढ बनी कच्ची सड़क पंचायत के विकास को आईना दिखा रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को आदर्श पंचायत में विकास देखना मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा हो गया है।