पलामू से सुधीर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: पलामू से नाबालिग लड़कियां लगातार दलाल और मानव तस्करों का शिकार हो रही हैं. इनको नौकरी का झांसा, ऑर्केस्ट्रा का लालच दिया जा रहा. परदेस में इनसे गलत काम करने को मजबूर किया जा रहा है. ये बातें केस स्टडी से सामने आई हैं, बात हैरान करने वाली है और आंकड़े चौंकानेवाले हैं.बाल तस्कर और दलालों की गिद्ध नजर जिला का नाबालिग लड़कियों पर है. चंचल मन और कच्ची उम्र में या तो किसी ना किसी झांसे में आ जाती हैं, या फिर मानव तस्कर इसे बहका कर इनको अगवा कर लेते हैं. इसके बाद इन नाबालिगों से वो गलत काम कराने को मजबूर किया जाता है. कभी ऑर्केस्ट्रा में डांसर या फिर कुछ और या फिर इनको लीव-इन-रिलेशन में रहने को भी मजबूर किया जाता है।मानव तस्कर और दलालों के निशाने पर जिला की नाबालिग लड़कियां हैं. कभी नौकरी का झांसा, आर्केस्ट्रा में डांस के बहाने तो कोई लीव-इन-रिलेशन का दबाव बनाया जाता है. हाल के दिनों में पलामू में इससे जुड़े कई मामले में सामने आए हैं, जो चिंता का कारण बनते जा रहे हैं. कई मामलों में बड़ी कार्रवाई हुई है और आरोपी जेल गए हैं. लेकिन दलाल और बाल तस्कर नाबालिगों को लगातार निशाना बना रहे हैं. ईटीवी भारत ने पलामू में हुई इस तरह के घटनाओं का केस स्टडी किया है, जिसमें कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है।
ऑर्केस्ट्रा में डांसर के लिए नाबालिग का अपहरण, बिहार में बक्सर में बेचापलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र से एक नौवीं क्लास की छात्रा को अगवा कर लिया गया. करीब 8 महीने पहले छात्रा का अपहरण हुआ था. छात्रा अपना आधार कार्ड अपडेट करवाने निकली थी, इसी दौरान उसका अपहरण हुआ था. जिसके बाद आरोपियों ने नाबालिग को बिहार के बक्सर के इलाके में बेच दिया गया था।
अगवा कर बक्सर में ऑर्केस्टा में
नाचने के लिए किया मजबूरनाबालिग ने आपबीती साझा करते हुए बताया कि वह आठ महीनों तक बिहार के बक्सर में ही थी, वो लोग उसे डांसर बनने के लिए दबाव बना रहे थे. लेकिन एक महिला ने उसकी रक्षा की, जो पलामू की ही रहनेवाली है. उसने बताया कि पिंकी नाम की एक महिला ने उसका अपहरण किया था और तीन लाख रुयये में बिहार के बक्सर में उसका सौदा कर दिया था. वह बताती है कि एक दिन किसी तरह उसने बच-बचाकर उसने अपने पिता को कॉल किया.जिसके बाद पिता ने पुलिस की मदद ली, पुलिस और पिता उसे ढूंढते-ढुंढते बिहार के बक्सर पहुंच गए. इस दौरान पुलिस ने भी अपनी सक्रियता दिखाते हुए बक्सर से नाबालिग का रेस्क्यू किया और पिता के हाथों में सकुशल सौंपा. पिता बताते हैं कि उनकी बेटी का अपहरण कर गलत राह पर भेजा जा रहा था।
सिलाई सीखकर संस्था के माध्यम से गई बेंगलुरु, मजबूरी में लीव-इन-रिलेशन में रही
पलामू के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र की एक नाबालिग नौकरी के लिए बेंगलुरु चली गई. पलामू में उसने सिलाई सीखी, जिसके बाद वो नौकरी की तलाश में थी. इसी दौरान वो एक संस्था से जुड़ी और उसी संस्था के माध्यम से बेंगलुरु चली गई. परदेस में उसने एक लड़के साथ रहना शुरु किया. लीव-इन-रिलेशन में वो तीन साल रही. लड़की ने लीव-इन-रिलेशन में साथ रहे लड़के को अपनाने को कहा तो लड़के ने इनकार कर दिया. जिसके बाद लड़की ने टाउन महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई. अब वो लड़की बालिग हो चुकी है।