बड़कागांव थाना परिसर में मॉब लिंचिंग,पर्यावरण व जल संचय पर कार्यशाला का आयोजन
मॉब लिंचिंग मामले अफवाह एवं अंधविश्वास से जुड़ा रहता है इसमें कहीं भी सत्यता नहीं रहती है
बड़कागांव: बड़कागांव थाना परिसर में एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोकथाम पर्यावरण की सुरक्षा एवं जल संचय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए एसडीपीओ श्री सिंह ने कहा कि हाल के दिनों में मॉब लिंचिंग की घटना से झारखंड पूरे देश में शर्मसार हुई है। इस प्रकार की घटना पुनः नहीं हो इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार विशेष अभियान चला रखी है। क्षेत्र में किसी प्रकार की मॉब लिंचिंग जैसी मामला हो तो तुरंत इसकी सूचना प्रशासन को दिया जाए। लोग कानून को अपने हाथ में नहीं ले। उन्होंने कहा कि सामूहिक या भीड़ की घटनाओं में दोषी लोग घटना का अंजाम देकर तो निकल जाते हैं लेकिन समाज में नेतृत्व करने वाले निर्दोष लोग फस जाते हैं। इसलिए इस प्रकार की मामले को तुरंत प्रशासन को सूचित किया जाए। उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग अफवाह एवं अंधविश्वास से जुड़े हुए मामले को ही बढ़ावा मिलती है। इसमें कहीं भी कोई सत्यता नहीं रहती है। एसडीपीओ अनिल सिंह ने आगे कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण की सुरक्षा भी बहुत अति आवश्यक हो गई है। आज पर्यावरण असंतुलित हो जाने के कारण समय पर वर्षा नहीं हो रही है। इसलिए हर व्यक्ति को पेड़- पौधा लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। पर्यावरण असंतुलित हो जाने के कारण प्रचुर मात्रा में वर्षा नहीं होने से जल संकट का भी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसलिए बरसा के पानी को संचय करने की भी आवश्यकता है। कार्यशाला में पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, थाना प्रभारी मुकेश कुमार, डाडी कला सहायक थाना के प्रभारी धनंजय सिंह, जमादार कामेश्वर सिंह, फुलमेश खाखा, मुखिया महेंद्र महतो, कैलाश राणा, वाहिद हुसैन, अनीता देवी, पंचायत समिति सदस्य धर्मनाथ महतो, पूर्व 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष सोहनलाल मेहता, पूर्व मुखिया विष्णु रजक, श्रीकांत निराला, पूर्व पंचायत समिति सदस्य राजीव रंजन, मनोज गुप्ता, रामसेवक सोनी, झम्मन प्रसाद, उमेश दांगी, प्रभु राम, अवध किशोर यादव, प्रोफ़ेसर लाल देव महतो, मोहम्मद इब्राहिम, मोहम्मद शमशेर आलम, रंजीत चौबे, पिंटू गुप्ता, सुरेंद्र कुमार, चेतलाल महतो सहित समाज के कई प्रबुद्ध लोग ने अपना-अपना विचार रखा।कार्यशाला में सैकड़ों लोग उपस्थित थे।