रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: मंगलवार को सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा विभिन्न जन समस्याओं को लेकर चक्रधरपुर रेल मंडल प्रबंधक विजय कुमार साहू से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपे। वहीं डीआरएम ने सांसद को उनके मुद्दों पर पॉजिटिव आश्वासन दिये। मुख्य समस्या में चक्रधरपुर रेलवे अंडर पास का मामला था। बातचीत में पता चला कि नगर परिषद चक्रधरपुर अंडरपास को लेकर अपनी सारी प्रक्रिया कर ली है। लेकिन रेलवे से मिलने वाले टेक्नीकल स्वीकृति अभी तक नहीं मिला है। जिस कारण अंडरपास बनने की प्रक्रिया में शिथिल है। जबकि अंडरपास निर्माण को लेकर राज्य सरकार फंड देने को भी तैयार है। इस बात पर डीआरएम ने जल्द ही टेक्नीकल स्वीकृति देने का आश्वासन दिया। जबकि कई दिनों से रेलवे ने टेक्नीकल स्वीकृति के लिए लटका कर रखा है। बता दें कि अंडरपास के लिए 3,56,49,465 रुपये की प्राकलन बना है। यह अंडर पास पीसीसी बक्स इंटरनेल साईज चार मिटर गुना ढ़ाई मिटर का बनेगा। सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि अंडरपास के लिए रेलवे को टेक्नीकल स्वीकृति देना है, लेकिन वह कई दिने से इसे लटका कर रखा है। उन्होंने कहा कि अंडरपास को लेकर राज्य सरकार सारे चीज देने को तैयार है। ऐसे में इसे विलंब करना कोई मतलब नहीं है। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि डीआरएम ने आश्वासन दिया है कि जल्द की टेक्नीकल स्वीकृति दे देंगे। इधर, सांसद गीता कोड़ा ने डीआरएम से मिलकर पूर्व की भांति सभी ट्रेनों का परिचालन करने की मांग की। उन्होंने मुख्य रुप से पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की मांग डीआरएम से की है, साथ ही साथ ट्रेनों का ठहराव जिन जिन स्टेशनों में कोरोना काल से पहले था, उसी तरह का ठहराव फिर से चालू करने की मांग डीआरएम से किया। डीआरएम ने कहा कि इस मामले पर रेलवे के उच्च अधिकारी व रेल मंत्रालय ही फैसला ले सकते हैं। उनके अधिकार क्षेत्र में इस मामले पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है। डीआरएम ने सांसद को आश्वस्त किया कि ग्रामीणों की समस्या को दर्शाते हुए फिर से उनके द्वारा सांसद की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जायेगा। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि चक्रधरपुर रेल मंडल के द्वारा उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गयी तो वे आने वाले लोकसभा के सत्र में इस मामले को उठाएंगी। सांसद मामले को लेकर रेल मंत्री पियूष गोयल से भी मुलाकात करने की बात कही है।