पलामू से सुधीर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: तरहसी के परसावा में रविवार को पुलिस जवान धनंजय कुमार की मौत हो गई। जवान की दोनों किडनी फेल कर गई थी। उन्हें बेहतर इलाज के लिए वेल्लोर जाना था। रविवार की सुबह रांची से वेल्लोर के लिए ट्रेन पकड़ना था। उसके पहले ही जवान ने दम तोड़ दिया। दोपहर बाद जवान का अंतिम संस्कार गांव में ही अमानत नदी तट पर किया गया।जवान धनंजय गढ़वा जिले के रमुना थाना में कार्यरत थे। 10 वर्ष पहले पुलिस विभाग में उनकी नौकरी लगी थी। जवान की मौत से गांव में जहां शोक की लहर है, वही संबंधित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जवान धनंजय कुमार का इलाज रांची से चल रहा था। जांच के दौरान बताया गया था कि उनकी दोनों किडनी फेल कर गई है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें वेल्लोर जाना होगा। वेल्लोर निकलने से पहले जवान धनंजय अपने परिवार से मिलने रांची से परसावा चार-पांच दिन पहले आए थे। रविवार की सुबह उन्हें घबराहट महसूस हुई। उनकी बेचैनी बढ़ती गई। इसी बीच जवान की मौत हो गई। जवान की मौत की सूचना मिलने पर विधायक प्रतिनिधि श्रीस्ता भुइयां, तहसील पश्चिमी जिला परिषद के भावी उम्मीदवार अनिल सिंह, गुरहा के मुखिया मुमताज खान, पंचायत समिति सदस्य प्रेमचंद साहू सहित दर्जनों लोग मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढाढस बनाया। साथ ही विभागीय मुआवजा और आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की।जवान धनंजय अपने पीछे माता-पिता के अलावा छोटा भाई, पत्नी और 4 बच्चे को छोड़ गए हैं। एक बेटी की शादी के लिए लड़का देखने की तैयारी भी चल रही थी। की मौत हो गई। उनकी दोनों किडनी फेल कर गई थी। उन्हें बेहतर इलाज के लिए वेल्लोर जाना था। रविवार की सुबह रांची से वेल्लोर के लिए ट्रेन पकड़ना था। उसके पहले ही जवान ने दम तोड़ दिया। दोपहर बाद जवान का अंतिम संस्कार गांव में ही अमानत नदी तट पर किया गया।जवान धनंजय गढ़वा जिले के रमुना थाना में कार्यरत थे। 10 वर्ष पहले पुलिस विभाग में उनकी नौकरी लगी थी। जवान की मौत से गांव में जहां शोक की लहर है, वही संबंधित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जवान धनंजय कुमार का इलाज रांची से चल रहा था। जांच के दौरान बताया गया था कि उनकी दोनों किडनी फेल कर गई है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें वेल्लोर जाना होगा। वेल्लोर निकलने से पहले जवान धनंजय अपने परिवार से मिलने रांची से परसावा चार-पांच दिन पहले आए थे। रविवार की सुबह उन्हें घबराहट महसूस हुई। उनकी बेचैनी बढ़ती गई। इसी बीच जवान की मौत हो गई। जवान की मौत की सूचना मिलने पर विधायक प्रतिनिधि श्रीस्ता भुइयां, तहसील पश्चिमी जिला परिषद के भावी उम्मीदवार अनिल सिंह, गुरहा के मुखिया मुमताज खान, पंचायत समिति सदस्य प्रेमचंद साहू सहित दर्जनों लोग मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढाढस बनाया। साथ ही विभागीय मुआवजा और आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की।जवान धनंजय अपने पीछे माता-पिता के अलावा छोटा भाई, पत्नी और 4 बच्चे को छोड़ गए हैं। एक बेटी की शादी के लिए लड़का देखने की तैयारी भी चल रही थी।