मयूरहंड(चतरा)। सरकारी उदासनता के साथ विभागीय लारपवाही से आक्रोषित मयूरहंड प्रखंड के किसान 10 मई से प्रखंड कार्यालय के समक्ष धान अधिप्राप्ती को लेकर देंगे धरना। ज्ञात हो कि एफसीआई के धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने के लिए विभागीय सूचना पर दो माह पूर्व केंद्र पहुंच धान लेकर, लेकिन गोदाम खाली नही रहेनने का हवाला देकर धान नही लिया गया और जल्द खरीदने की बात कहकर केंद्र के बाहर धान रखवाया गया। लेकिन दो माह से अधिक का समय बितने को है पर धान नही लिया गया, ऐसे में खुले में धान से भरे बोरे फटने लगे है और पिछले दो तीन दिनों तक हुए वर्षा से भींग गया और अंकुर होने लगा है। तीन दिन पूर्व भी सांकेतिक रुप से धरना दिया गया तो जिला आपूर्ति पदाधिकारी अनिल कुमार यादव मयूरहंड पहुंचकर आश्वासन दिया की दो दिनों के अंदर धान का उठाव कर लिया जाएएगा। लेकिन तीन दिन बितने के बाद भी उठाव नही किया गया। ऐसे में आाक्रोषित किसानों सोमवार को धरना पर बैठने का निर्णय लिया है। किसानों का कहा है कि महामारी में बैठना ठीक नही है पर कोविड़ नियम का पालन करते हुए मजबूरी में बैठेंगे। आगे कहा कि अनाज बर्बाद हो रहा है घर पे मरने से अच्छा है की धान के चलते बलॉक में मरें, जिसके जिम्मेवार सांसद, विधायक और विभागीय अधिकारी होंगे।