रांची : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार के साथ साथ गैर सरकारी संगठन और अस्पताल भी तैयारी में जुट गए हैं। कोविड -19 कि तीसरी लहर किसी के लिए जानलेवा साबित न हो और बेड तथा ऑक्सीजन की कमी से मरीज अपनी जिंदगी की जंग हार न जाएं इसको लेकर बड़े छोटे और मध्यम दर्जे के अस्पताल भी व्यापक स्तर पर मेडिकल उपकरणों से अस्पताल को अपडेट कर रहे हैं।
रांची के बहू-बाजार स्थित प्राचीन अस्पताल बरनाबास में गैर सरकारी संस्था प्रदान एवम कोर्टिवा एग्री साइंसेज के सहयोग से सीएसआर फण्ड की मदद से मेडिकल सुविधायुक्त आधुनिक बेड, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, डिजिटल थर्मामीटर, पल्स ऑक्सिमिटर, स्ट्रेचर, व्हीलचेयर, मॉनिटर, एक्सरे व्यू-बॉक्स, मैट्रेस, जम्बो ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराए गए।
डॉ विक्रम तिरकी ने बताया कि बरनाबास अस्पताल कई दशक से स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहा है। वैसे मरीज जो मेदांता, मेडिका, पल्स, सैम्फोर्ड जैसे उच्च स्तरीय अस्पताल में अपना इलाज नहीं कर कर पाते हैं वैसे माध्यम और गरीब तबके के लोगों के लिए बरनाबास अस्पताल 24 घण्टे अपनी सेवाएं देता रहा है। लेकिन आधुनिक मेडिकल उपकरणों की कमी से कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता था। अब धीरे धीरे प्रदान और कोर्टिवा एग्री साइंसेज के सहयोग से अस्पातल आने वाले मरीजों को और बेहतर इलाज दिया जा सकेगा। डॉक्टर विक्रम तिरकी ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर से किसी की जान न जाये ऐसी अपेक्षा करते हैं। अब अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन निर्माण के लिए भी तैयारी चल रही है आईसीयू में प्रत्येक बेड ऑक्सीजन पाइपलाइन से जोड़ा जा रहा है जल्द ही ऑक्सीजन युक्त बेड मरीजों की सेवा के लिए उपलब्ध होगा। डॉक्टर ने कहा कि ऐसी उम्मीद करता हूं कि तीसरी लहर किसी के लिए जानलेवा साबित न हो और लोगों को आईसीयू की जरूरत ही न पड़े।
प्रदान के अभिजीत मलिक ने कहा कि निश्चित तौर पर ऑक्सीजन युक्त बेड मामले में आत्मनिर्भर बनने में यह हॉस्पिटल सक्षम है। इस अवसर पर मौजूद सोमा मुंडा ने कहा यह हॉस्पिटल गरीबों और असहाय मरीजों की सेवा करने के उद्देश्य में अग्रणी रहा है और कोरोना काल में काफी तत्परता के साथ यहां के डॉक्टर, नर्स एवं सभी स्टाफ सेवा भावना से काम किए हैं । बरनाबास अस्पताल में आईसीयू सेटअप की प्रक्रिया के दौरान प्रदान टीम की ओर से अभिजीत मलिक, प्रेम शंकर, अवधेश मिश्रा, झुमा हाजरा एवं झारखंड सीएसओ फोरम की ओर से ज्योत्सना, धनंजय, भारती एवम हॉस्पिटल के अन्य स्टाफ मौजूद थे।