जामताड़ा : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जामताड़ा जिला के कुंठहीत ब्लॉक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन हुआ ।
प्रखंड के गांव गांव से साइकिल मोटरसाइकिल और पैदल चलकर आए सैकड़ों किसानों मजदूरों ने गगनभेदी नारे के साथ 4 किलोमीटर पैदल विशाल रैली निकालकर केंद्र एवं राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की । जुलूस के बाद रैली सभा मे तब्दील हो गई, सभा की अध्यक्षता दक्षिणेश्वर घोष ने किया ,संचालन प्रखंड सचिव गौर रवानी ने किया, जुलुस का नेतृत्व जिला सचिव कन्हाई माल पहाड़िया कर रहे थे , सभा मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सह भाकपा राज्य कार्यकारिणी के सदस्य पशुपति कॉल मौजूद थे। सभा को संबोधित करते हुए महेंद्र पाठक ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से देश में किसानों मजदूरों छात्र नौजवानों पर हमला बढ़ गई है। इसीलिए देश में किसानों ,मजदूरों, छात्र, नौजवानों की आंदोलन बड़े पैमाने पर चल रहा है, और उन आंदोलनों में देश के बुद्धिजीवी, पत्रकार, वैज्ञानिक, वकील, नाट्य कर्मी सभी वर्ग के लोगों का समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि मोदी की लोकप्रियता लगातार घट रही हैं। पाठक ने कहा कि देश में किसान विरोधी तीनों काला कानून के विरोध में 9 महीना से आंदोलन दिल्ली में चल रहा है। मोदी सरकार अदानी अंबानी के इशारे पर किसान विरोधी बिल को देश में कोरोना महामारी को रोकने में मोदी सरकार विफल रहा। आज सरकार के विफलता के कारण देश में डीजल पेट्रोल गैस के दाम आसमान छू रहे हैं । परिणाम स्वरूप हर आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान पर है । देश के लोग त्राहि-त्राहि कर रहा है। अर्थव्यवस्था लगातार नीचे गिर रहा है। बेरोजगारी का फौज करोड़ों में बढ़ रहा है ।सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। लेकिन बिपक्ष की एकजुटता नहीं होने के कारण विपक्षी वोटरों का बिखराव का फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलता रहा है । राज्य सरकार भी अपने वादे से मुकर रही है। राज्य में क्षेत्रीय भाषाओं के अहमियत दिया गया है, जो स्वागत योग्य है, लेकिन इसी राज्य में संथाल परगना की कई जिलों में मैथिली और बांग्ला भाषा बोलते हैं, तो दूसरी तरफ पलामू में भोजपुरी और मगही भाषाओं के बोलने वाले लोग निवास करते हैं। लेकिन सरकार ने एक तरफा फैसला लेकर राज्य के वैसे लोगों का अपमान किया है। इसीलिए राज्य में हिंदी, बांग्ला ,मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषा को भी जोड़ना चाहिए ।राज्य सरकार भी पूर्व सरकार की तरह उसी के नक्शे कदम पर चल रही है। प्रतिदिन ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर पदाधिकारियों को इधर से उधर कर करोड़ों रुपए की वसूली की जा रही है। राज्य में बालू ,लोहा ,कोयला का अवैध भंडारण एवं तस्करी पूर्व की सरकार की तरह जारी है ।इसीलिए राज्य की जनता को गोलबंद होना चाहिए और राज्य की हेमंत सरकार के विरोध में जन आंदोलन को तेज करना चाहिए। अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव पशुपति कॉल ने संबोधित करते हुए कहा कि देश में महंगाई चरम पर है। ढाई सौ की सिलेंडर ₹1000 में बिक रहे हैं , महंगाई के कारण आम लोगों के थाली से दाल गायब हो चुका है ।केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण सार्वजनिक कारखानों को देश के उद्योगपतियों के पुजिपतियों के हवाले किया जा रहा है । देश के खेती जो सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला कृषि क्षेत्र है ,उसे भी उद्योग पतियों को हवाले करने के लिए सरकार किसान विरोधी कानून लेकर के लाई है। आज पूरे देश में उसका विरोध हो रहा है। राज्य सरकार भी राज्य की जनता को छला है। चुनाव के दौरान किए गए वायदे को पूरा करने में हेमंत सरकार भी नाकाम रही है ।देश में बेरोजगारी के कारण डिग्री एवं डिप्लोमा धारी छात्र चपरासी के नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं। ईसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि, राज्य में या देश में रोजगार की हालात क्या है। हायर एजुकेशन प्राप्त करने के बाद भी लोगों की नौकरी नहीं मिल रही है। इसीलिए देश की आम जनता को आवाहन करते हुए कहा कि जन गोलबंदी कर जन आंदोलन को तेज करें। सभा को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जामताड़ा जिला के सचिव कन्हाई माल पहाड़िया ने कहा कि प्रखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बगैर कमीशन बगैर घूसखोरी का कोई भी काम नहीं होता। मामूली से काम के लिए भी प्रखंड के कार्यालय के चकर लगाते लोग थक जाते हैं ।इंदिरा आवास में भी बड़े पैमाने पर रुपए की वसूली हो रही है। कोरोना काल में लोग ऐसे ही भुखमरी के कगार पर हैं। लेकिन भ्रष्टाचार भी चरम पर है। राज्य की सरकार भ्रष्टाचार को रोकने में विफल रहा है। सभा को कई वरीय नेताओं ने संबोधित किया। सभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज के सहायक सचिव महेंद्र पाठक, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव पशुपति कॉल, जिला सचिव कन्हाई माल पहाड़िया, गौर रवानी, निमाई माल पहाड़िया, अहिल्या माल पहाड़िया ,गौतम खान, बलराम राय सहित कई लोगों ने संबोधित किया ।