प्रमेश पांडे
बालुमाथ: देख कर भाई गिरियगा थोड़ा ठीक से बीच से जायगा देखो वह गिर रहा है गिरा गिरा जी हां यह हाल है बालुमाथ प्रखण्ड स्थित बालुमाथ-टंडवा रोड की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है जिसका उदाहरण है बेसिक स्कूल के पास का हाल जहा रोड कृष्णापुरी डैम बन गया है जिसके चलते बाइक सवार और पैदल चलने वालों को काफी मुश्किल से गुजरना पड़ रहा है कितने बाइक सवार आते जाते गिर जा रहे है कितनो को चोट लगी है वही कितने पदाधिकारी आते जाते है सबको सोसल मीडिया और न्यूज़ के माध्यम से कई बार बताया गया पर कोई करवाई न होते देख ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया है।वही ग्रामीण से लेकर बिपछ तक इस मुद्दे से परेशान है पर सब इससे बेखबर है जैसे कि कुछ हुआ ही नही है कही किसी भी प्रकार का कोई गड्ढा भी नही है लोग सांसद, विधायक से लेकर जन प्रतिनिधि तक को कोसते है कि चुनाव मे बड़े बड़े वादे करने वाले स्थानीय प्रतिनिधि से लेकर सांसद तक इस खबर को देख कर भी अनदेखी कर दे रहे है वही विधानसभा चुनाव आने वाला है और एक बार फिर सब नए वादे के साथ भोट मांगने जायँगे खूब वादे कर अपना भोट मांगेंगे पर अभी हो रहे ग्रामीणों की इस समस्या को सुनने के लिए कोई नही है सभी मूकदर्शक बन कर बैठे है। वही पास ही बुनियादी विद्यालय है साथ ही प्रखण्ड सिछा प्रसार पदाधिकारी का आफिस भी है जिसमे स्कूली बच्चों से लेकर सभी स्कूल के टीचर भी इसी कृष्णापुरी डैम में डूब कर किसी तरह स्कूल और ऑफिस पहुचते है क्योंकि मजबूरी है वहीं एक रास्ता है जो इस ऑफिस तक पहुचता है और टंडवा जाने का भी यही एक रास्ता है लोग भगवान का नाम लेकर किसी तरह इस कृष्णापुरी डैम को पास करते है और मन ही मन यह भी डर रहता है की कही गिर न जाय राम भरोसे बच गए तो ठीक है नही तो गिर कर सारे कपड़े गंदे वही कुछ लोगो को तो इसमे चलने में मजा भी आता है वही कुछ बाइक सवार और कुछ चार पहिया वाहन इसमे तेजी से अपना वाहन चलाते है जिस कारण आस पास के दुकानदारों से लेकर राहगीरों को गंदी पानी उनके समान और कपड़े में गंदी पानी पड़ जाती है और उनके समान और कपड़े खराब हो जाते है पर इन सब बातों से यहां के जन प्रतिनिधि से लेकर सभी को कोई मतलब नही है। वह तो अपनी कार में बैठकर आराम से निकलते है और बाहर का नजारा देखते है और मुस्करा कर निकल जाते है जैसे वह समुंदर की लहरों को चीरते हुए निकल गए और एक जंग जीत गए अब देखना यह है कि आगे पदाधिकारी इस मामले में क्या संज्ञान लेते है और कब ग्रामीणों को हो रही समस्या से निदान मिल पाती है या पूरी बरसात इसी तरह से लोगो को इस कृष्णापुरी डैम में डूब कर गुजरना पड़ेगा ।