नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा: नवरात्र के सप्तमी तिथि को बारकोप स्टेट के प्राचीन मंदिर में मां दुर्गा को छर्रा देने की परंपरा निभाई गई। इस प्राचीन मंदिर में लगभग एक हजार साल से मां दुर्गा को छर्रा देने की परंपरा चली आ रही है।
हर साल की तरह इस साल भी शाम पांच बजे मां दुर्गा को छर्रा दिया गया। राज परिवार के वंशजों के द्वारा मां दुर्गा को छर्रा देने की रस्म निभाई गई। बेलभरण के आगे आगे महिला एवं पुरुष निसवार के पत्ते से झाड़ू लगते चल रहे थे। वहीं सैकड़ो महिलाये मिट्टी के पात्र में दूध सिंदूर से छर्रा देते चल रहीं थीं। हालांकि छर्रा देने के बाद भी कई महिलाएं छर्रा देने के रास्ते मे जाते हुए दिखीं।
छर्रा देने से पूर्व मां योगिनी स्थान में बेल वृक्ष के नीचे बेलभरण का विधि विधान से पूजन किया गया। इसके बाद छर्रा की विधि निभाई गई। इस मौके पंडित लवली झा के अलावा पूजा समिति के लोग मौजूद रहे।