हजारीबाग: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सह झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने कहा की बड़कागांव में त्रिवेणी सैनिक कंपनी के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से अपने हक अधिकार के लिए आंदोलनरत मजदूरों पर अपनी पैसे पावर और पैरवी के बल पर कहर बरपा रही हैं । बड़कागांव में जब से त्रिवेणी सैनिक कंपनी आई है, लगातार बड़कागांव के किसानों, मजदूरों को प्रताड़ित करती रही है। कंपनी के रंगदारी के शिकार जनप्रतिनिधि भी होते रहें, जब संवैधानिक तरीके से समाजिक दूरी बनाकर अपनी मांगों के समर्थन में मजदूरों के द्वारा धरना दिया जा रहा था तो पुलिसिया ताकत के बल पर मजदूरों के आंदोलनों को कुचलने की कोशिश कंपनी ने की है। उन्हें धरना स्थल से पुलिसकर्मियों के द्वारा उठवा कर ,कुछ लोगों को दौड़ाकर लाठियों से पीटकर, रात्रि में कहीं अनजान जगह पर कमरा में बंद करके रखा गया और फिर केस बनाकर उन्हें मुजरिम बनाने की कोशिश की गई। इस तरह से पहले भी कई बार वहां पर चल रहे आंदोलन को पुलिसिया गुंडों के बल पर आंदोलन को कुचलने की कोशिश करती रही है। पूर्व के रघुवर सरकार में भी त्रिवेणी सैनिक कंपनी अपनी ताकत के बल पर सरकार को अपने जेब में रखा था। आज के हेमंत सोरेन सरकार भी उसी कंपनी के जेब में दिखाई पड़ रही है। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है की जनता की हालात पर कौन सामने आएगा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी हेमंत सोरेन सरकार से मांग करती है । की बड़कागांव के ग्रामीणों, किसानों और कार्यरत मजदूरों को प्रताड़ित करने के बजाए उसकी सुरक्षा की गारंटी करें, और त्रिवेणी सैनिक कंपनी के मनमानी पर अंकुश लगाएं। मजदूरों को श्रम कानून के तहत सारे हक अधिकार सरकार दिलाए ।