बसंतराय: प्रखंड मुख्यालय में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान शनिवार को पूजा समिति एवं प्रशासन के बीच तनाव हो गया। दोनों पक्षों की सहमति से बीच बचाव का रास्ता निकालकर प्रतिमा विसर्जित कराया गया।
दरअसल, कोरोना के मद्देनजर दुर्गा पूजा के अवसर पर सरकार द्वारा पूजा एवं विसर्जन को लेकर गाइडलाइन जारी किया गया था। सरकारी गाइडलाइन के अनुपालन के क्रम में प्रशासन द्वारा बसंतराय में प्रतिमा विसर्जन का समय अपराह्न 4 बजे निर्धारित किया गया था। प्रशासनिक आदेश के तहत प्रतिमा को पूजा पंडाल से सीधे तालाब में विसर्जित किया जाना था। विसर्जन जुलूस के बाजार में घूमने पर रोक लगाई गई थी। लेकिन प्रशासनिक आदेश पर आस्था भारी पड़ी। पूजा पंडाल से विसर्जन के लिए प्रतिमा 2 घंटा विलंब से 6 बजे निकाली गई। प्रशासनिक आदेश को धत्ता बताते हुए पूजा समिति के लोग विसर्जन जुलूस को बाजार में घुमाने पर अड़ गए। जबकि प्रशासन का कहना था कि प्रतिमा को पूजा पंडाल से सीधे तालाब में विसर्जित करने का आदेश दिया गया है। इस मुद्दे पर पूजा समिति एवं स्थानीय प्रशासन के बीच बढ़ते गतिरोध के कारण कुछ देर तक अंबेडकर चौक पर विसर्जन के लिए जाती प्रतिमा रुकी रही। पूजा समिति एवं श्रद्धालुओं के रुख को देखते हुए प्रशासन को लचीला रवैया अपनाना पड़ा। विसर्जन जुलूस को थाना मोड़ तक जाने की इजाजत दी गई। तब मामला शांत हुआ।