रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: ओवरब्रिज में लगे लाइक के खराब होने का सिलसिला जारी है बड़े तामझाम के साथ चक्रधरपुर नगर परिषद द्वारा ओवरब्रिज में लाइट का उद्घाटन कराया गया था परंतु लाइट लगते ही खराब होने लगी जिसकी कई बार ध्यान आकृष्ट नगर परिषद का कराया गया उसके बाद तीन बार मरम्मत भी हुई परंतु ठीक होने के बाद पुनः खराब होने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है आज भी लगभग 20 से 25 लाइट खराब हो चुके हैं और जिस गति से खराब हो रहे हैं उसे तो ऐसा ज्ञात होता है कि ओवरब्रिज में जल्द ही अंधेरा छा जाएगा यदि जल्द ही उसे ठीक नहीं किया गया तो यूं तो नगर परिषद चक्रधरपुर तो भ्रष्टाचार की गंगोत्री है शहर में निर्माण हुए शौचालय को देखिए शहरी क्षेत्र के एनएच 75 के किनारे बिछाए गए पवर्स को देखिए लगभग एक करोड़ की वारे न्यारे पे वर्स बिछाने में हो गए आज उसकी दुर्दशा देखी जा सकती है सामुदायिक शौचालय का हाल तो यह है कि जहां नहीं बनाना चाहिए वहां बनाकर राशि की बंदरबांट कर ली गई जिसकी सच्चाई से जांच हो तो कई तथ्य चौंकाने वाले सामने आ जाएंगे एक शौचालय तो 1 वर्ष का वर्षा मैं ही धंस गया जो वार्ड नंबर 11 में नदी किनारे बनाए गए थे जिसे अभी भी देखा जा सकता है उसी प्रकार ओवरब्रिज में लाइट की भी कहानी यही है लगभग 3200000 के प्राक्कलन से लगाया गया लाइट आए दिन खराब होते जा रहे हैं उससे साफ जाहिर होता है कि उच्च गुणवत्ता वाला लाइट लगाएं नहीं गए हैं इसकी सच्चाई से जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा उक्त बातें भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पांडे ने कही श्री पांडे ने स्थानीय प्रशासन एवं सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की हैं कि ओवरब्रिज में लगे लाइट की जांच उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर कराई जाए ताकि हुए अनियमितता उजागर हो सके.