गुमला: महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा संचालित झारखंड बाल प्रायोजन (स्पॉन्सरशिप) योजना के माध्यम से वैश्विक महामारी कोविड-19 के परिणाम स्वरूप गुमला जिले में अनाथ हुए बच्चों को उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा द्वारा आईटीडीए भवन के सभागार में खेल सामग्री, खिलौने, लेखन सामग्री, पुस्तक-पुस्तिकाओं सहित प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने प्रभावित बच्चों के अभिभावकों से मुलाकात कर उनसे बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य की संपूर्ण जानकारी प्राप्त की तथा किसी भी प्रकार की समस्या होने पर जिला प्रशासन को निःसंकोच अवगत कराने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा ऐसे बच्चों की देख-रेख हेतु हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा द्वारा बताया गया कि गुमला जिलांतर्गत कोविड-19 व अन्य कारणों से अनाथ होने वाले बच्चों में 11 बच्चे ऐसे हैं जिनके पिता नहीं हैं। 05 बच्चे ऐसे हैं जिनकी माता नहीं हैं तथा 11 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता दोनो नहीं हैं।
उपायुक्त ने डालसा सचिव, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जिले के ऐसे और अनाथ बच्चों को चिन्हित करते हुए उन्हें भी स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ने का निर्देश दिया।
ज्ञातव्य है कि झारखंड बाल प्रायोजन (स्पॉन्सरशिप) योजना अंतर्गत परिवार के अधिकतम 03 बच्चों (बालिकाओं को प्राथमिकता देते हुए) को वित्तीय सहायता के रूप में 2000 रूपये प्रतिमाह प्रति बच्चे के दर से कुल 18 बच्चों के बीच त्रैमासिक प्रथम किस्त के रूप में कुल 01 लाख 08 हजार की सहायता राशि का भुगतान आरटीडीएस के माध्यम से किया जा चुका है।
उपस्थिति
इस अवसर पर उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, डालसा सचिव आनंद सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, योजना के लाभुक बच्चे, उनके अभिभावक व अन्य उपस्थित थे।