खूंटी: जिले के अंतिम छोर में बसे मुरहू प्रखंड के रूमुतकेल पंचायत में एक जनसभा हुई, जिसमें विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा शामिल हुए। जनसभा में पंचायत के 17 गांवों के ग्रामप्रधान, मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य समेत लगभग एक हजार से ज्यादा ग्रामीण शामिल शामिल हुए। सभी ग्रामप्रधानों ने संयुक्त रूप से विधायक को पंचायत क्षेत्र की समस्याओं और जरूरतों से संबंधित मांग पत्र सौंपा। इससे पूर्व मुखिया समेत पंचायत के अन्य प्रतिनिधियों ने विधायक को पंचायत की स्थिति से अवगत कराया।
अपने संबोधन में विधायक ने कहा कि झारखंड राज्य की बनावट कुछ अलग है। यहां के आदिवासियों ने जंगल-झाड़ी काटकर गांव बसाया है। इस कारण कईगांव-टोले जंगलों के बीच बसे हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद ऐसे गांव-टोलों का जितना विकास होना चाहिए आज तक नहीं हुआ है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि गांव-टोलों की स्थिति पहले से सुधरी है। ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि उनके पंचायत में बिजली के एक कनेक्शन का दो-दो बिल भेजा जा रहा है, वह भी दस से बीस हजार रूपये। इस स्थिति में ग्रामीण जमीन बंधक रखकर और मवेशी बेचकर बिल चुका रहे हैं। विधायक ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को दिशा की बैठक में उठाया था। जिसके बाद प्रखंडों में बिजली विभाग ने शिविर लगायाथा। लेकिन समस्या का सामाधान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने के अंदर अगर बिजली विभाग इस समस्या का सामधान नहीं करता है, तो वे खूंटी समाहरणालय का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार गरीब जनता का दोहन बंद करे। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रति जनता का विश्वास उठ रहा है और अविश्वास बढ़ रहा है।
गांव को विकास से जोड़ने के लिए सड़क जरूरी
विधायक ने कहा कि किसी भी गांव को विकास से जोड़ने के लिए सड़क काफी जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि अपने मंत्रीत्वकाल में उन्होंने रूमुतकेल पंचायत में कई सड़कें बनाई। तथा घोषणा किया कि दो से तीन महीने के अंदर वे पुन: रूमुतकेल पंचायत क्षेत्र में नौ किमी लंबी गुल्लू से रूमुतकेल और जामडा सियांकेल से जलासार भाया जामडा, सियांकेल सड़कों का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने मंत्रीत्रव काल में उन्होंने खूंटी विधानसभा क्षेत्र में कई ग्रामीण सड़कें बनवाई है। सड़क अच्छी होगी, तो स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन सही ढ़ंग से होगा।
बच्चों को चार माह से पोषाहार नहीं मिलना दुर्भाग्यपुर्ण
जनसभा में एक आंगनबाड़ी सेविका ने कहा कि बच्चों को चार महिने से पोषाहार नहीं मिल रहा है। जो दुर्भाग्यपुर्ण है। पेयजल समस्या पर बोलते हुए विधायक ने कहा कि वे मार्च से पहले हर पंचायत में पांच-पांच चापानल लगवाऐंगे। विधायक ने कहा कि वर्तमान में प्रखंड कार्यालय से जो काम होने चाहिए वह संतोषजनक नहीं है।
ग्रामसभा के अनुसार काम करूंगा
विधायक ने कहा कि ग्रामसभा गांव के विकास को लेकर बैठक कर योजनाओं का चयन करे। वे ग्रामसभा द्वारा अनुसंशा की गई योजनाओं पर काम करेंगे। उन्होंने ग्रामसभाओं द्वारा संयुक्त रूप से सौंपे गए आवेदन पर बोलते हुए कहा कि सभी मांगें तो एक साथ पूरी नहीं हो सकती, लेकिन कोशिश होगी कि अधिक से अधिक मांगों को वे पूरा कर सकें।
जमीन के कागजात ऑन लाईन हुईं, लेकिन उनमें है हजारों विसंगतियो
विधायक ने कहा कि जमीन के कागजात ऑन लाईन किये गए, लेकिन उसमें विसंगतियां और त्रुटियां हैं। जिसे लेकर ग्रामीण सालों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया गया था। मंत्री जोवा मांझी ने आश्वासन दियाथा कि समस्या का सामधान हो जाएगा। लेकिन सात महीने बाद भी समस्या का सामाधान नहीं हुआ।
नाचने से स्वंय को नहीं रोक पाये विधायक
जनसभा को लेकर रूमुतकेल पंचायत में खुशियों का माहौल था। विधायक के पहुंचने पर ढ़ोल नगाड़ों पर नाचते ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। सभा समाप्ति के बाद ग्रामीणों ने सामुहिक नृत्य किया, जहां विधायक भी स्वंय को रोक नहीं पाये, और वे ग्रामीणों संग नाचने में जुट गए।
जनसभा में मानसिंह बोदरा, सोमा मुंडा, मार्शल भेंगरा, पिनियस हमसोय, गोण्डा मुंडा, किनू मुंडा, अनुज कुमार मुंडा, तेलोस्फर टोपनो, जॉर्ज बोदरा, सिंगराय डाहंगा, अंधिरयस स्वांसी, क्लेमेंट होरो, सिलास सोय समेत काशीनाथ महतो, राजेश महतो, विजय स्वांसी, विनोद नाग, राम बिहारी लाल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।