रांची : “झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ” को शिक्षा विभाग द्वारा जारी नया समय सारणी मान्य नहीं है। इसका निर्णय रांची में आयोजित संघ की बैठक में लिया गया। प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष नाजिम अशरफ की अध्यक्षता में प्रदेश व रांची जिला समिति के पदाधिकारी व शिक्षक-शिक्षिकाएं बैठक में शामिल हुए। प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की अधिसूचना संख्या 2144 पुरी तरह अव्यवहारिक है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी ये अधिसूचना तुगलकी फरमान है। जिसका अनुपालन कतई नहीं किया जायेगा। विद्यालय संचालन का नया समय सारणी पुरी तरह विद्यार्थियों और शिक्षकों पर जुल्म है। उर्दू शिक्षक संघ प्रदेश इकाई ने राज्य के सभी शिक्षक संघों से अपील किया गया है कि इस फरमान का विरोध सामूहिक रूप से करें. संघ अथवा शिक्षकों में बिखराव नहीं होने दें। जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे. समन्वय समिति बना कर एक प्लेटफार्म से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के खिलाफ बिगुल फूंकने की आवश्यकता है। अमीन अहमद ने बताया कि विभाग शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति को लटकाए रखा है। प्रोन्नति पर लगी रोक तत्काल हटा कर शिक्षकों को सभी ग्रेड में प्रोन्नति दी जानी चाहिए। इस लड़ाई को भी सामूहिक रूप से लड़ने की आवश्यकता है। प्रोन्नति, अंतर जिला स्थानांतरण समेत अन्य गंभीर मुद्दों से शिक्षकों का जेहन हटाने के लिए नया तुगलकी फरमान लाया गया है। जिसका विरोध यथासंभव होगा।
आज के बैठक में वरीय उपाध्यक्ष नाजिम अशरफ, महासचिव अमीन अहमद के अलावे मो० फखरुद्दीन, तलत फातमा, रांची जिला अध्यक्ष राकिम अहसन, सचिव मो० एकबाल, रबनवाज, फ्लोरेंस कुजुर, अब्दुल बारिक, मोशेहदा अंजुम, साकिर करीम, आयरा नसीम, मुस्सरत जहां, रौशन जहां, आबिदा तबस्सुम, शबीना नाज, तरन्नुम परवीन, निकहत बानाे, उज़मा निसात, फिरदौस परवीन, जरीना खातून आदि शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल थे।