रामगढ़:। कृषि विज्ञान केन्द्र , रामगढ़ में किसनों को पावर टिलर के उपयोग , रिपेयरिंग एवं रख – रखाव विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया । यह प्रशिक्षण 4 अगस्त तक होगी । प्रशिक्षण का आयोजन सी.आर.पी. कृषि यांत्रिकरण एवं परिशुद्धता खेती परियोजना के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर , पटना से आये कृषि यंत्रिकी वैज्ञानिक डॉ प्रेम कुमार सुन्दरम , वैज्ञानिक डॉ पवन जीत एवं तकनीकी अधिकारी मनोज सिन्हा द्वारा दिया जा रहा है । केन्द्र के प्रभारी डॉ . दुष्यन्त कुमार राधव ने बताया कि इस प्रशिक्षण में रामगढ़ एवं हजारीबाग जिले के विभिन्न गॉवों के वैसे किसान एवं युवा भाग ले रहे हैं जिसके पास पावर टिलर उपलब्ध है । पावर टिलर यहाँ के कृषि कार्य में अति उपयोगी है । खेती को आधुनिक बनाने के लिए प्रति दिन नई – नई तकनीकों का अविष्कार हो रहा है । इन तकनीको की मदद से खेती करना आसान होते जा रहा है । खेती – बाड़ी में कृषि यंत्रों को अहम स्थान दिया गया है क्योंकि फसल का अच्छा उत्पादन बेहतर कृषि यंत्रों के उपयोग पर पर भी निर्भर करता है । पावर टिलर मुख्य रूप से छोटे खेतों और पहाड़ी खेतों में जुताई के लिए काफी उपयुक्त है । इस प्रशिक्षण में इसके उपयोग रिपेयरिंग एवं रख – रखाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी । उन्होंने कहा कि कोविड -19 के कारण युवा किसानों का कृषि में रूझान बढ़ा है और इस प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी से पावर टिलर रिपेयरिंग रोगगार में भी मदद मिल मिलेगी ।