: श्रमिक अपना निबंधन ऑफलाईन अथवा ऑनलाईन माध्यम से करा सकते हैं : उपायुक्त
गुमला : श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग गुमला के तत्वावधान में झारखंड असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा योजना तथा झारखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अंतर्गत श्रमिकों का निबंधन एवं लाभ से संबंधित कार्यशाला सह लाभ वितरण कार्यक्रम का आयोजन नगर भवन में किया गया। कार्यशाला सह लाभ वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ गुमला विधायक भूषण तिर्की, उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा एवं श्रम अधीक्षक एतवारी महतो द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
कार्यशाला सह लाभ वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुमला विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के हित के लिए कई लाभकारी योजनाओं को धरातल पर लाया गया है। भवन तथा अन्य सन्निर्माण कार्यों में संलग्न श्रमिकों के लिए चिकित्सा सहायता योजना, चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना, निर्माण सेफ्टी की योजना, श्रमिक औजार किट सहायता योजना, साईकिल सहायता योजना आदि योजनाएं संचालित हैं। इन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए श्रमिक सबसे पहले अपना निबंधन सुनिश्चित कराएं। श्रमिकों के साथ-साथ उनके बच्चों की शिक्षा-दीक्षा को देखते हुए मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्र-छात्राओं को वार्षिक छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है। आज जिले के सभी श्रमिकों से मेरी अपील है कि जिले में ही रहकर श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करें, ताकि श्रमिकों के दूसरे राज्य में होने वाले पलायन को भी रोका जा सके।
कार्यशाला सह लाभ वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के हित में कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती हैं। उन्होंने श्रमिकों से इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए अपना निबंधन कराने हेतु प्रेरित किया। इस संबंध में उन्होंने कहा कि अंचल में श्रम प्रवर्त्तन एवं जिला में श्रम अधीक्षक से संपर्क कर आवेदन की प्रति अंचल में श्रमिक मित्र या संबंधित पदाधिकारी से प्राप्त करने अथवा ऑनलाईन निबंधन shramadhan.jharkhand.gov.in साईट पर भी कर सकते हैं। उपायुक्त ने श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने तथा न योजनाओं के प्रति जागरूक होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने श्रम विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का भी अधिकाधिक लाभ लेने की अपील की।
कार्यशाला से लाभ वितरण कार्यक्रम में अपर समाहर्त्ता ने कहा कि श्रमिकों के हित में चलाई जाने वाली सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए लोगों का शिक्षित एवं जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा चलाई जाने वाली अन्य कल्याणकारी योजनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विधवा पेंशन योजना, झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, जोहार परियोजना आदि योजनाओं के माध्यम से लोगों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई कार्य किए जा रहे हैं। इसी तरह श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वरा श्रमिकों के लिए समेकित आम आदमी बीमा योजना, झारखंड नर्माण कर्मकार मृत्यु/ दुर्घटना सहायता योजना, निर्माण सेफ्टी किट योजना, श्रमिक औजार किट योजना आदि का लाभ दिया जाएगा। किंतु इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए श्रमिकों का निबंधित होना अनिवार्य है। वहीं योजनाओं को सफल बनाने के लिए श्रमिकों का जगरूक होने अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने श्रमिकों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी जागृत होकर इन योजनाओं के विषय में जानें, सीखें तथा अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण करते हुए श्रम अधीक्षक एतवारी महतो ने कहा कि श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के द्वारा झारकंड असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत श्रमिकों का निःशुल्क निबंधन कर विभिन्न लाभकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है। उन्होंने योजनाओं की जानकारी साझा करते हुए बताया कि झारखंड असंगठित कर्मकार मृत्यु/ दुर्घटना सहायता योजना के अनुसार यदि किसी निबंधित असंगठित कर्मकार की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को 50, 000 रूपये सामान्य मृत्यु की स्थिति में एवं 01 लाख रूपये दुर्घटना में मृत्यु होने की स्थिति में सहायता अनुदान के रूप में दिया जाएगा। वहीं कौशल उन्नयन योजनांतर्गत निबंधित असंगठित क्रमकार स्वयं या उनके दो पुत्र/ पुत्री के इच्छा एवं योग्यता के अनुसार कौशल उन्नयन हेतु चयनित सदस्यों को झारखंड कौशल विकास मिशन के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके साथ ही चिकित्सा सहायता योजनांतर्गत निबंधित महिला असंगठित कर्मकारों के प्रथम दो प्रसूतियों के लिए प्रतिप्रसूति 15000 रूपये की दर से भुगतान किया जाएगा। उन्होंने निबंधन की प्रक्रिया की जानाकरी देते हुए बताया कि श्रमिक अपने-अपने संबंधित प्रखंडों में श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी तथा जिले में श्रम अधीक्षक के से संपर्क कर निबंधन करा सकते हैं। श्रमिकों को निबंधन हेतु आवेदन विहित प्रपत्र में आधार कार्ड, बैंक खाता, नोमिनी का आधार कार्ड की छायाप्रति तथा 02 पासपोर्ट साईज फोटो के साथ जमा करना होगा। आवेदन का प्रपत्र संबंधित पदाधिकारी से प्राप्त कर सकते हैं अथवा ऑनलाईन भी निबंधन करा सकते हैं। श्रमिकों को योजनाओ का लाभ लेने के लिए आवेदन एवं सभी आवश्यक कागजातों के साथ प्रखंड में श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी के पास जमा करेंगे।
इसके पश्चात् मंचासीन अतिथियों के द्वारा लाभुकों के बीच सांकेतिक रूप से कुल 55 लाख 35 हजार 500 राशि का लाभ वितरण किया गया। जिसमें मुख्य रूप से निर्माण श्रमिक तथा असंगठित श्रमिकों के बीच मंचासीन अतिथियों द्वारा निबंधन कार्ड, निर्माण श्रमिकों/ नगर परिषद के निबंधित सफाईकर्मियों के बीच साड़ी/ शर्ट-पैंट योजना के तहत लाभ वितरण, सेफ्टी किट योजना , साईकिल सहायता योजना के तहत लाभुकों को साईकिल, श्रमिक औजार सहायता योजना, मातृत्व प्रसुविधा योजना आदि के लाभुकों बीच लाभ का वितरण किया गया।
उपस्थिति
कार्यशाला सह लाभ-वितरण कार्यक्रम में गुमला विधायक भूषण तिर्की, उपायुक्त गुमला शिशिर कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी, एसएमपीओ रेचल जोजोवार सहित बड़ी संख्या में श्रमिक भाई-बहन व अन्य उपस्थित थे।
कार्यशाला सह लाभ-वितरण कार्यक्रम मंच का संचालन श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी द्वारा किया गया।