रामगोपाल जेना
चाईबासा: समाज के लोगों को ईसाईयत व हिन्दुत्व के धार्मिक भटकाव से बचाने के लिए आदिवासी हो समाज युवा महासभा ने खूँटपानी प्रखण्ड के ग्राम केन्दु लोटा में जागरूकता अभियान चलायी । गाँव में लोगों को अपना समाज की विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रमों को छोड़कर दूसरे लोगों के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के फायदा एवं नुकसान के बारे में जानकारी दिये । यहाँ तक की दूसरों के त्योहारों में उनकी रूचि एवं अपना त्योहार व कार्यक्रम में गैरजिम्मेदारी के विभिन्न विसंगतियों से लोगों को अवगत कराये । भाषा-संस्कृति एवं सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रम के अलावे आदिवासी हो समाज युवा महासभा के तत्वाधान में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ स्वरोजगार कृषि,पशुपालन,स्वास्थ्य,शिक्षा एवं सामाजिक कुरीतियों के मामले में सामाजिक जागरूकता की कई गतिविधियों के बारे में युवा महासभा के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को जानकारी दिये । अभियान के माध्यम से ग्रामीणों को आदिवासी हो समाज महासभा का सदस्यता लेने के लिए अपील किया गया और संगठन में जुड़कर सामाजिक व सांगठनिक कार्यों में सहयोग देने के लिए अनुरोध किया गया । इस अवसर पर ग्रामीण मुण्डा,आदिवासी हो समाज युवा महासभा केन्द्रीय उपाध्यक्ष इपिल सामड,महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम,पूर्व सदर अनुमंडल अध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा,शंकर सिदु,हीरामनी पाड़ेया,विकास कुमार बागे,कुजुरी अखलसिंह जारिका,बलदेव जारिका,मार्शल जारिका,प्रधान जारिका,पेए जारिका,शुरू कुई जारिका,सोमवारी जारिका,जयमति जारिका,चिरण जारिका आदि काफी संख्या में महिला समूह की सदस्य मौजूद थीं ।