बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: बोकारो जिला के चंद्रपुरा प्रखंड के पपलो पंचायत अंतर्गत जुनौरी गांव में शिक्षक भीम महतो द्वारा एक अनोखी पहल देखने को मिला है। जुनौरी गांव स्थित शिव मंदिर में लगे लाउडस्पीकर द्वारा बच्चों को पढ़ना शुरू किया है। उनके द्वारा पूरे गांव के चौक चौराहों में हिंदी वर्णमाला एवं अंग्रेजी वर्णमाला का पोस्टर दिवालो में चिपका कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। शिक्षक भीम महतो द्वारा मंदिर में लगे लाउडस्पीकर के द्वारा पोस्टर में छपा वर्णमाला के शब्दों को बोला जाता है जिसके पश्चात बच्चे उसे सुनकर पढ़ते और लिखते हैं इस कार्य के लिए जुनौरी गांव के सभी ग्रामीण इस अनोखे प्रयास सरहाना कर रहे है।
एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के कारण पूरे भारतवर्ष में सरकारी एवं निजी विद्यालयों को बच्चो की हित के लिए लगभग डेढ़ वर्षो से बंद पड़ा है जिस बजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी। जिसके बाद विद्यालय प्रबंध द्वारा छात्र छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई कराया जा रहा है लेकिन गरीब बच्चों के पास एंड्राइड फोन नही होने के कारण बहुत सारे बच्चे पढ़ाई से वंचित रह रहे थे, इसे देखते हुए गांव के बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इस लिए गांव के चौक चौराहों पर वर्णमाला का पोस्टर दिवालो में लगा कर बच्चों को पढ़ाया शुरू किया। जब से देश मे लॉक डाउन लगा है तब से राज्यकीय मध्य विधलाय जुनौरी के शिक्षक भीम महतो अपने घर से पांच किलोमीटर दूर लगातार क्षेत्र में बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने के साथ अपने निजी मद से कॉपी, पेन, मास्क, सैनिटाइजर, विस्कूट देने का कार्य किया। उन्होंने घटियारी पंचायत के मंगलडाडी गांव में बसे मल्हार परिवार के बच्चों को सबसे पहले पढ़ाने का शुरुआत किया है। इन बच्चों को किताब, कॉपी, पेन, पेंसिल, पोशाक, मास्क, सैनिटाइजर, विस्कूट, भोजन एवं अभिभावकों के लिए साड़ी, शॉल, समेत कई समानो को देने का कार्य कर रहे है। इस संबंध में जुनौरी गांव के निवासी गोपाल गिरी ने शिक्षक भीम महतो द्वारा पूरे लॉक डाउन में बच्चों को इस तरह से शिक्षा दिया जा रहा है जो यह एक अनोखा पहल है। आज तक इस तरह से कोई भी शिक्षक पहल नही किया था सभी बच्चे पढ़ रहे है। चंद्रिका गिरी ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान सभी बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे थे लेकिन भीम महतो ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर में लगे लाउडस्पीकर के मध्य से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया है यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। प्रमिला देवी ने कहा कि जो कार्य शिक्षक भीम महतो ने किया है हमने कभी सोचा नही था। इस तरह की पढ़ाई से बच्चों को मनोबल बढ़ा है। मंगलडाडी गांव के मल्हार परिवार के द्वारिका मल्हार, कीर्तन मल्हार, सोमरी देवी, काजल देवी, ने कहा कि आज तक इस गांव में कोई भी लोग देखने तक नही आये है। शिक्षक भीम महतो द्वारा हमलोगों के बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने के साथ सभी का नामांकन विधलाय में करा दिए है इन्होंने जो योगदान हम लोगो के बच्चों के प्रति किया है वो कई नही कर सकता है हमसभी मल्हार परिवार इनका शुक्रगुजार है जो बच्चों को सही समय पर सही राह दिखाने के कार्य किये है। ये हमेशा से बच्चों को एवं पूरे परिवार के बीच कई समानो का वितरण किये है। इनके ही देन है जो आज इस गांव विकास की ओर अग्रसर है। वही शिक्षक भीम महतो ने कहा कि समाज के हित के लिए मैं हमेशा तत्पर रहता हूं। कोरोना काल मे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी इसे देखते हुए विधलाय के पहले एवं विधलाय के बाद बचे हुए समय का उपयोग करते हुए गरीब बच्चों को पढ़ाने का कार्य कर रहे है। मंगलडाडी गांव में भी विधलाय का मूर्त रूप देकर पढ़ाने का कार्य किए थे जो आज वहां के बच्चे काफी अच्छे से पढ़ लिख रहे हैं।