खूंटीः अपनी छोटी बेटी को वापस पाने के लिए तस्करी की शिकार एक पीड़िता (नाम है सुजीता कुमारी, नाम बदलकर सीमा कर दीजिएगा ) दर-ब-दर भटक रही है। उसने एसपी-डीसी से लेकर गृह विभाग के आलाधिकारियों तक का दरवाजा खटखटाया है। लेकिन उसे अबतक न्याय नहीं मिल पाया है। गृह विभाग ने भी खूंटी जिला प्रशासन को दो बार पत्राचार कर रिमाइंडर भेजा लेकिन अब तक क्या कार्रवाई हुई इसका भी पता नहीं चल सका है।
मामला खूंटी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाना में दर्ज प्राथमिकी से संबंधित है। पीड़िता खूंटी के कर्रा रोड स्थित नावाली की रहने वाली है। उसने दर्ज प्राथमिक में बताया है कि यह गवर्मेट गर्ल्स मिडिल स्कूल में वर्ष 2007 में कक्षा छह में पढ़ती थी। तब उसकी उम्र करीब 14 वर्ष की थी तब उसे हरियाणा के रोहतक जिले के मेहम फरमाना निवासी 50 वर्षीय करम सिंह को 70 हजार रुपये में बेच दिया था।
प्राथमिकी के अनुसार करम सिंह उसे हरियाणा लेकर चला गया, जहां उससे दुष्कर्म किया। करम के अन्य रिश्तेदारों ने भी उससे जबरन संबंध बनाया। इस बीच उसकी दो बेटी हुई। वर्ष 2011 में वह किसी तरह बड़ी बेटी के साथ भागकर वह किसी तरह खूंटी पहुंची,लेकिन यहां उसके मायके वाले (रिश्तेदार) रखने को तैयार नही थे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि 70 हजार रूपए में उसे बेच दिया गया है। मायके में भी उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। वर्ष 2016 में भी करम सिंह खुंटी आया और जबरन ले जाना चाहा, लेकिन शोर मचाने पर वह भाग गया। इसके बाद पीड़िता ने एएचटीयू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पीड़िता ने हाईकोर्ट में भी आवेदन देकर पुनर्वास व छोटी बेटी की वापसी को लेकर आवेदन दिया था। जिसपर आदेश भी हो चुका है। गृह विभाग ने खूंटी के उपायुक्त व एसपी को पत्र लिखकर न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराने को कहा है और की गई कार्रवाई से सरकार को अवगत कराने को कहा है।
खूंटी के एएचटीयू थाने में दर्ज प्रथमिकी पर कार्रवाई करते हुए खूंटी पुलिस ने 2017 में ही आरोपित करम सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल खूंटी स्थित मंडल कारा में बंद है। उसपर नाबालिग को खरीदने और उससे दुष्कर्म का आरोप है। पुलिस अब तक पीड़िता की छोटी बच्ची को वापस नही दिला पाई है।
पीड़िता आज भी दर दर भटक कर न्याय पाने की उम्मीद कर रही है। कहती है जिस परिवार में नाजायज तरीके से उसका जन्म हुआ वही परिवार उसे बेचकर अपने गुनाहों को छुपाना चाहता है इसलिए पीड़िता अपने परिजनों को भी कटघरे में खड़ा करना चाहती है। कहती है उसकी मां और चाचा के अवैध संबंध ने उसे 70 हजार में बेचकर नरक में ढकेल दिया। अब वह इंसाफ चाहती है लेकिन इंसाफ के हर दरवाजे पर उसे ठेंगा ही नसीब हो रहा। आखिर पीड़िता को न्याय कौन दिलाएगा यह बड़ा सवाल है।