कुंदा(चतरा)। जिले के अति उग्रवाद प्रभावित कुंदा प्रखंड के कुंदा पंचायत के ग्रामीणों ने वितीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा योजना के तहत पशु शेड योजना के चयन में अनियमित्ता बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। इस संबंध में पंचायत के ग्रामीणों ने बताया की स्थिति ऐसी है कि जिस घर में निवास करते हैं, लाचारीबस उसी घर में पशु को रखना पड़ता है और ऐसे में जब मनरेगा योजना के तहत पशु शेड निर्माण करवाए जाने की जानकारी मिली तो एक उम्मीद जगी की इसका लाभ आम लोगों को मिलेगा। लेकिन मुखिया रेखा देवी द्वारा सारे नियम को ताक पर रख कर अपने चहेते के परिवारों के नाम योजना का चयन कर दिया गया, जिसके कारण कई योग्य एवं पात्र लाभार्थी इस महत्वाकांक्षी योजना के लाभ से वंचित रह गए। हालांकि अभी योजना की पूर्ण रूप से स्वीकृति नहीं मिला है। साथ ही ग्रामीणों ने बिचैलियों द्वारा मुखिया के नाम पर योजना देने के पूर्व राशि वसूली का भी आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने उपायुक्त से प्राथमिकता व मानवता के आधार पर योग्य लाभुक को लाभ पहुंचाने का अनुरोध किया है।