जामताड़ा से राज किशोर सिंह की रिपोर्ट
जामताड़ा: जिले के फतेहपुर प्रखंड के सभागार में अभियंत्रण समन्वय समिति के द्वारा भारत रत्न डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के 160 वें जन्मदिवस के अवसर पर 54वां अभियंता दिवस समारोह मनाया गया. कार्यक्रम का उदघाटन फतेहपुर बीडीओ मुकेश कुमार,सीओ पंकज कुमार एवं कुण्डहित बीडीओ श्रीमान मराण्डी समेत सभी अभियंताओं ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. इस अवसर पर भारत रत्न डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया. वहीं सहायक अभियंता मृत्युंजय सिंह मुण्डा ने संबोधित करते हुए कहा की दुनिया का हर इंसान अभियंता होता है, चूंकि सृजन करने की क्षमता सबों के पास होती है लेकिन सृजन कार्य की उपयोगिता पर ही कोई अभियंता जैसे संज्ञा से विभूषित किया जाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड के बीडीओ मुकेश कुमार कहा कि संसार का हर जीव हर व्यक्ति इंजीनियर है. किसी ने पुल बनाया तो किसी ने तालाब बनाने का काम किया. किसी ने अपने सुंदर सपनों को हकीकत बनाया. मानव जीवन का हर पहलु इंजीनियरिंग का नमूना है. हम चारों ओर इंजीनियर्स से घिरे हुए हैं.
कनिंय अभियंता शुशील कुमार पंडित ने कहा कि अभियंता की पहचान उनके सत्कर्मो से होती है। इसलिए अभियंता अपने कार्यों को पूरी निष्ठा के साथ करें यही देश व समाज के लिए सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि आज जो भी हमलोग सुख सुविधा प्राप्त कर रहे हैं वह किसी न किसी अभियंता का ही देन है। इस क्रम में उन्होंने एक लघु कथा के जरिये भारत रत्न डॉ. विश्वेश्वरैया की प्रतिभा की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया।
अभियंता सुमन कुमार ने कहा कि प्राक्कलन के अनुरूप कार्य को अंजाम देने वाले ही कुशल अभियंता के रूप में जाने जाते हैं। संरचना कोई भी हो लेकिन उसे गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करना ही अभियंता की सबसे बड़ी जवाबदेही है। इस जवाबदेही को पूर्ण करने वाले ही अभियंता का ही समाज सब दिन नाम लेता है और इसी में से एक थे डॉ. विश्वेश्वरैया जी। जिनका परिचय देना नहीं पड़ता है बल्कि उनके कार्यों का आज भी चर्चा होती है तो स्वत:स्फूर्त नाम की चर्चा होती है। इसलिए अभियंता को डॉ. विश्वेश्वरैया के पथ का अनुसरण करते हुए कार्य को अंजाम देना चाहिए ताकि उनका नाम भी लोग गौरव के साथ शिलापट्ट पर लिखा जा सकें।
मौके पर अभियंत्रण समिति के सुशील कुमार पंडित सुमन कुमार बीपी विद्युत मुर्मू सीडी मुर्मू, प्रदीप टीपू विमल भैया गौरव कुमार अभीजीत चौधरी समेत कई अभियंता मौजूद थे.