खूंटी: आज झारखण्ड सी एस ओ फोरम एवं प्रदान संस्था के संयुक्त प्रयास से आदिवासी दर्शन के ऊपर एक वेबिनार का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जाने माने कवि, लेखक श्री महादेव टोप्पो , युवा कवि श्री अनुज लुगुन एवं परंपरागत ज्ञान के जानकार श्री टेम्बा उरांव शामिल हुए l कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न हिस्सों से 100 लोगों ने भाग लिया l महादेव टोप्पो ने कहा – आदिवासी समुदाय एवं इनकी परंपरा काफी समावेशी रही है एवं इसने सभी समुदाय को समाहित करने का काम किया है l श्री अनुज लुगुन ने कहा की आदिवासी समाज प्रकृति के पूजक एवं इसके संरक्षक रहे हैं , एवं राज्य में पर्यावरण एवं इसका संतुलन बनाये रखने में इनकी बड़ी भूमिका रही है l इन्होंने कहा की आदिवासी क्षेत्र में आजीविका को लेकर और भी बेहतर तरीके से काम करने की आवश्यकता है ताकि वनोत्पाद का उचित प्रबंधन एवं बाजार व्यवस्था मिल सके l श्री टेम्बा उरांव ने कहा की आदिवासियों की परंपरागत ज्ञान को सहेज कर रखने की आवश्यकता है एवं जंगल आधारित औषधीय पौधों को संरक्षित करने एवं इसके विकास की जरुरत है l कार्यक्रम का संचालन प्रदान की कबिता बोदरा, इकरा खान एवं खुदीराम ने किया l श्री मेघनाथ भट्टाचार्या जी ने झारखण्ड CSO फोरम की ओर से इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला l श्री गुंजल मुंडा ने इस तरह के वेबिनार को और बड़े पैमाने पर करने की सलाह दी एवं कार्यक्रम की सराहना की l