रामगोपाल जेना
चाईबासा: रोमन कैथोलिक ईसाई समुदाय के महिलाओं ने संत मोनिका जयंती को माता दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया।रोमन कैथोलिक पारिश प्रांगण में चर्च के विभिन्न इकाइयों के महिलाओं जयंती कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में पल्ली पुरोहित फादर निकोलस केरकेट्टा ने संत मोनिका की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी महिलाओं को संत मोनिका के व्यक्तित्व का अनुसरण कर ईश्वरीय वरदान पर दृढ़ विश्वास कर अपने परिवार को आध्यात्मिक पहलू में शक्तिशाली बनाने का संदेश दिया।फादर निकोलस ने कहा कि संत मोनिका साधारण महिला थी। लेकिन ईश्वर पर अटल विश्वास रखती थीं।उनके पति और बेटे बुरे कर्मों के आदी हो गए थे।वे अपने पति और बेटे के जीवन में बदलाव लाने के लिए पूरे मनोयोग से ईश्वर की प्रार्थना में लीन रहती थी।मोनिका की प्रार्थना के बल पर उनके पति और बेटे के जीवन में अप्रत्याशित बदलाव आया।पति ईश्वर पर दृढ़ विश्वास रखने वाले एक धार्मिक व्यक्ति बन गए और बेटे पुरोहित बन गए। मोनिका की प्रार्थना की शक्ति को देखकर ही उन्हें संत की उपाधि दी गई और महिलाओं का आदर्श और संरक्षिका में रुप में सम्मान दिया जाता है।
कार्यक्रम में महिलाओं ने संत मोनिका को आदर्श मानकर उनकेे नक्शे कदम पर चलने का संकल्प लिया। वे स्वयं एवं अपने परिवार को धर्म और ईश्वर के प्रति प्रगाढ़ विश्वास बनाए रखने हेतु प्रार्थना करेंगे।ताकि परिवार आध्यात्मिकता के छत्र -छाया में अच्छे विचार और कर्मों से सराबोर हो जाए।
कार्यक्रम में गंगामोती दोंगो,नोरिन डिसूजा, प्रफुल्लित टोप्पो,पुष्पा डाहंगा,किरण किंडो,एलिस बेक,लीली बेक,जगरानी सुंडी,सविता बारला,पुष्पिका तोपनो,ज्योति पुरती,जीवन लता पुरती समेत काफी संख्या महिलाएं शामिल हुईं।