वासंती चैती नवरात्र की पहली पूजा प्रात: कलश स्थापना के साथ हुई
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: मंगलवार को हिंदू कैलेंडर का नव वर्ष का शुभारंभ हुआ। इसी के साथ चैती नवरात्र की विशेष पूजा अनुष्ठान प्रारंभ हुआ। वासंती चैती नवरात्र की पहली पूजा प्रात: कलश स्थापना के साथ हुई। जिसके बाद मां दुर्गा की आराधना की गई। वहीं नव वर्ष होने के कारण एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। घरों में महिलाओं ने पूजा स्थल की विशेष साफ सफाई के साथ देवी दुर्गा की पूजा अर्चना की। शहर के प्रखंड कार्यालय समीप स्थित श्रीश्री दुर्गा मंदिर, बंगाली एसोसिएशन दुर्गा मंदिर, टाउन काली मंदिर समेत विभिन्न देवी मंदिरों में नवरात्र की पूजा आरंभ हुआ। इतना ही नहीं घरों में भी कलश स्थापना कर नवरात्र पूजा की शुभारंभ की गई। जिसको लेकर मंदिरों में विशेष साज सज्जा की गयीं थी। पंडितों ने वैदिक मंत्रों के साथ कलश स्थापना करायी और दुर्गा शप्त शती का पाठ किया। वहीं शहर के पंडित हाता शिव मंदिर और टाउन काली मंदिर में बासंती दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां शुरु की गई है। नवरात्र पर मंगलवार को टाउन काली मंदिर की ओर से कलशयात्रा भी निकाली गई। पारंपरिक बाजे गाजे के साथ संजय नदी से कलश में पानी लाकर मंदिर में स्थापना की गई। मंदिरों में दस दिनों तक विषेश पूजा का आयोजन होगा। वहीं प्रतिमा स्थापित कर बासंती दुर्गा पूजा किया जाएगा।