गुरुग्राम/नूंह : नूंह (मेवात) में एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ घर में ही बनाए गए पानी के टैंक में कथित रूप से छलांग लगा दी।
महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सभी को टैंक से बाहर निकाला। इस दौरान उसके तीनों बच्चों की मौत हो चुकी थी, लेकिन महिला बच गई। उसकी हालत गंभीर है और नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। महिला के चार बच्चे थे, जिनमें से एक बच्चा स्कूल गया हुआ था।
पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।जानकारी के अनुसार नूंह जिला के गांव खेड़ला की रहने वाली मुस्लिम महिला सकूनत अपने तीन बच्चों चार माह के पुत्र इकरार, 8 साल के पुत्र साद और 10 साल की पुत्री शबाना को लेकर अपने घर में बनाए गए पानी के टैंक में कूद गई। टैंक में कूदने के बाद बच्चे अचेत हो गए, लेकिन बच्चों की सकूनत ने चिल्लाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर पड़ोसी उनके घर में पहुंचे। महिला व उसके तीनों बच्चों को टैंक से बाहर निकाला गया। तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी, लेकिन महिला की हालत गंभीर हो गई। उसे तुरंत नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। महिला का चौथा बच्चा स्कूल गया हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की।
जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर भरत सिंह के मुताबिक महिला घर में अकेली थी। उसका 12 साल का लड़का शोएब स्कूल गया हुआ था, इसलिए वह बच गया। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि महिला ने बच्चों के साथ आखिर किस वजह से यह कदम उठाया। या फिर यह कोई हादसा था।
महिला के पति ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि वह दिल्ली में मजदूरी करने गया हुआ था। उसके दो बच्चे बेटी शबाना और बेटा मोहम्मद साद मंदबुद्धि थे। दोनों बच्चे टैंक के पास खेल रहे थे और वे उसमें गिर गए। बच्चों की मां सकूनत उन्हें बचाने के लिए गोद में लिए चार माह के बच्चे इकरार के साथ टैंक में कूद गई।