गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा : गुरुवार को उपायुक्त राजेश कुमार पाठक ने एनआईसी, गढ़वा के सभागार से ऑनलाइन माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा सिविल सर्जन के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने मुख्य रूप से वैक्सीनेशन व कोविड जांच संबंधी कार्यों की समीक्षा की।
उपायुक्त ने बताया कि कोविड-19 प्रसार पर नियंत्रण के उद्देश्य से जिले में सप्ताहांत विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उसी के निमित्त जून माह के द्वितीय सप्ताह के 11, 12 एवं 13 जून को कोविड-19 गहन टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता टीकाकरण के साथ- साथ कोविड की जांच भी है। जांच के माध्यम से कोविड-19 संक्रमितों की पहचान करते हुए संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करना है, ऐसे में कोविड की जांच अति आवश्यक है, इसमें तेजी लाएं।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के तहत प्रखंडवार/ पंचायतवार चिन्हित टीकाकरण स्थलों पर कोविड-19 टीकाकरण किया जाएगा। उक्त तिथि को टीकाकरण केंद्रों पर सभी योग्य लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका दिया जाएगा। बताते चलें कि टीकाकरण स्थल पर दूसरे पंचायत/ क्षेत्र के सुयोग्य लाभार्थी का भी टीकाकरण किया जा सकता है। उपायुक्त ने कोविड-19 टीकाकरण हेतु चलाए जा रहे गहन अभियान के सुचारू रूप से क्रियान्वयन हेतु संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी/ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आदेश दिया है कि कार्य योजना के अनुरूप कोविड-19 टीकाकरण का कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे तथा चिन्हित टीकाकरण केंद्रों का नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी टीकाकरण का प्रतिवेदन प्रतिदिन सायं 6:00 बजे तक जिला मुख्यालय को भेजना सुनिश्चित करेंगे।
उप विकास आयुक्त ने सभी पदाधिकारियों को तैयार कार्य योजना के अनुरूप अपने क्षेत्र अंतर्गत अधिक से अधिक टीकाकरण व कोविड जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रखंडवार वैक्सीनेशन सेशन साइट की विवरणी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है। एमओआईसी व प्रखंड विकास पदाधिकारी वैक्सीनेशन और टेस्टिंग के कार्य में तेजी लाएं। जिस क्षेत्र में भी टीकाकरण किया जाना है वहां जिला स्तरीय पदाधिकारियों/ कर्मियों, जेएसएलपीएस की महिलाओं, स्थानीय मुखिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों से जुड़े और उन्हें वैक्सीनेशन की महत्ता बताएं। इसके अलावा सिविल सर्जन ने कहा कि पहले की तुलना में जिले में कोविड-19 जांच का आंकड़ा कम होता दिखाई दे रहा है। ऐसे में सभी एमओआईसी इसपर विशेष ध्यान दें, जांच के दौरान जिस क्षेत्र में भी संक्रमित मरीज पाया जाए तत्काल प्रभाव से उस क्षेत्र की घेराबंदी करवाएं और वहां आरटीपीसीआर जांच के माध्यम से लोगों का अधिक से अधिक सैंपल ले ताकि संक्रमण को हम प्राथमिक स्तर पर ही पहचान कर उसका इलाज कर सकें।
ऑनलाइन माध्यम से आयोजित बैठक में एनआईसी के सभागार से उपायुक्त श्री राजेश कुमार पाठक व उप विकास आयुक्त श्री सत्येंद्र नारायण उपाध्याय, सिविल सर्जन गढ़वा, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी व ऑनलाइन माध्यम से जुड़े सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस समेत अन्य शामिल थे।