मेहरमा : प्रखंड परिसर में संचालित आपूर्ति गोदाम में खाद्यान्न उठाव के दौरान गुरुवार को गोदाम में कार्य करने वाले मजदूर एवं स्वयं सहायता समूह के एक डीलर के बीच मारपीट का मामला प्रकाश में आया है।
मारपीट के दौरान एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहरमा पहुंचाया गया। वहां उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घटना उस वक्त का बताया जा रहा है जब अमौर पंचायत के अल्पसंख्यक स्वयं सहायता समूह डीलर के सदस्य खाद्यान्न का उठाव करने के लिए गोदाम पर पहुंचे हुए थे और खाद्यान्न वाहन पर लोड हो रहा था। उसी दौरान खाद्यान्न से भरा एक बोरी फटा था। डीलर के द्वारा मजदूर को कहा गया बोरी की सिलाई कर खाद्यान्न का लोडिंग करें।
बताया जाता है कि बोरी फटी रहने के जिसके कारण रास्ते में मजदूर के द्वारा खाद्यान्न की चोरी कर ली जाती है और दुकान तक पहुंचते ही वजन कम हो जाता है।
डीलर द्वारा मजदूर को बोरी सिलाई की बात कहने पर बात कही होने लगी। इसी दौरान दोनों के बीच बात बढ़ गई और मामला मारपीट में तब्दील हो गया। इस मारपीट को लेकर विभाग पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि झारखंड सरकार के द्वारा आपूर्ति विभाग को डोर स्टेप डिलीवरी की सुविधा दी गई है।
इसके बावजूद डीलर खाद्यान्न उठाव के लिए गोदाम तक पहुंचते हैं, जबकि डीएसडी द्वारा डीलर को गोदाम पर खाद्यान्न मापी कर दुकान तक खाद्यान्न पहुंचाना उनकी जिम्मेवारी है। लेकिन ऐसा नहीं किया जाता है। घायल मजदूर का नाम गोपी कुमार है , जो बनौधा गांव निवासी बताया जा रहा है।