रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार एवं अभियंता प्रमुख मुरारी भगत को पत्र लिखकर कहा है कि रामगढ़ में के वरिय लिपिक हरीश कुमार के स्थानांतरण के संबंध में विस्तारित चर्चा की है, उन्होंने पत्र में लिखा है की रामगढ़ पथ निर्माण विभाग के वरीय लिपिक हरीश कुमार बरसों से रामगढ़ में एक ही जगह पर जमे हुए हैं । कुछ वर्ष पूर्व उनका स्थानांतरण चतरा में हुआ था । लेकिन 1 सप्ताह बाद पुण: फिर रामगढ़ में स्थानांतरण कराकर के जमे हुए हैं। अपनी पैरवी पहुंच और पैसे के बल पर सेवा नियमावली के धज्जियां उड़ाते हुए कई वर्षों से रामगढ़ में है और एक कंपनी विशेष के ठेकेदार के लिए लाइजनिंग का काम करते हैं। यहीं से बैठे-बैठे कई जिलों में टेंडर माइनेज का काम चलता रहता है। पाठक ने पत्र में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा की पथ निर्माण विभाग झारखंड के आदेश संख्या 1176 दिनांक 233 2021 द्वारा गठित स्थापना समिति की अनुशंसा के आलोक में स्थानांतरित लिपिक हरीश कुमार का स्थानांतरण खूंटी में कर दिया गया था और 10 दिन के अंदर स्थानांतरित जिले में योगदान देने का कहा गया, लेकिन स्थानीय कार्यपालक अभियंता ने उन्हें अभी तक रिलीव नहीं किया है। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि क्या कारण है कि वर्षों से एक ही जगह पर रह कर ठेकेदारी के नाम पर बड़ी दुकानदारी चलाया जा रहा है ।पाठक ने अबिलंब वैसे पदाधिकारियों को जिनका स्थानांतरण हुआ है, संबंधित जिलों में योगदान देने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजा है। पाठक ने वैसे एक ही जगह पर जमकर भ्रष्टाचार के बढ़ावा देने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए स्थानांतरण की मांग की है।