इटखोरी(चतरा)। सरकार भले ही गरीबों को आवास दिलाकर लाभान्वित करने का दावा करती है। पर सरकारी दावे के विपरीत जिले के गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत मझगवां पंचायत में स्थानिय जनप्रतिनिधि व सरकारी कर्मी ही सरकारी दावे का पलिता लगाने में लगे हैं। इस प्रमाण है मझगावां सूर्याटांड गांव (पोखरिया) निवासी गरीब व दिव्यांग मो. जसिम अंसारी का अपने परिवार के साथ जर्जर मिट्टी के घर में रहना। दिव्यांग सरकारी उदासीनता के कारण अपने माता-पिता, पत्नी व दो बच्चों के साथ जर्जर कच्चे मकान में रहने को मजबूर है। घर की स्थिति ऐसी हो गई है कि थोड़ी सी बारिश में चारों ओर पानी टपकने लगता है। इस दौरान घर में रखे सामान भी भीग जाते हैं। दिव्यांग युवक ने बताया कि आवास की मांग मुखिया से लेकर सभी संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों से की गई लेकिन आज तक आवास नहीं मिला और विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दुसरी ओर पंचायत में पीएम आवास के लाभुकों की सूची के अवलोकन से पता चलता है कि एक-दो नहील दर्जनों गरीब व जरुरतमंद आवस योजना के लाभ से वंचित हैं और कई ऐसे लोगों को आवास मिल गया है, जिनका पक्के घर पहले से हैं। पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से आवास दिलाये जाने की मांग की है।