सरायकेला से भाग्य सागर सिंह की रिपोर्ट
सरायकेला: सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज में बुधवार को महान स्वतंत्रता सेनानी कुंवर सिंह का जन्मोत्सव मनाया गया।
सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य,आचार्य एवं दीदी द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। इस अवसर पर भैया बहनों ने वीर कुंवर सिंह के जीवनी पर अपने अपने विचार प्रस्तुत किए।
भैया बहनों को संबोधित करते हुए श्रीनिवास आचार्य ने वीर कुंवर सिंह की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने वीर कुंवर सिंह की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि वीर कुंवर सिंह 1857 की स्वतंत्रता आंदोलन में महानायक थे, 80 साल उम्र होने के बावजूद भी उन्होंने 1857 की क्रांति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
देश सेवा को वे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण कार्य मानते थे। देश की उत्थान और प्रगति में वे हमेशा कार्यरत रहे। देश की स्वतंत्रता के लिए उन्होंने सर्वस्व बलिदान कर दिए। उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। इस अवसर पर विद्यालय के हिंदी आचार्य ब्रजेश आचार्य ने उनकी जीवनी पर आधारित स्वरचित कविता प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर विद्यालय के भैया बहनों के साथ सभी आचार्य एवं दीदियों की उपस्थिति रही।