गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा के उपायुक्त शेखर जमुआर के घर उस समय खुशियां और सफलता की लहर दौड़ गई जब उनकी बेटी साक्षी जमुआर ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 89वां स्थान प्राप्त किया।
रांची की 24 वर्षीय साक्षी ने संघ लोक सेवा आयोग या यूपीएससी द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 89वां स्थान प्राप्त किया है। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। अपने बयान में साक्षी ने कहा कि “यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण है,” रांची से नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से स्नातक साक्षी ने कहा कि “मैं प्रतिदिन 8 घंटे पढ़ाई करती थी” और उन्होंने कहा, “मेरे कई दोस्त यूपीएससी परीक्षा दे रहे थे और उन्होंने भी परीक्षा पास की”।
उन्होंने 24 साल की छोटी उम्र में अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की। उन्हें उम्मीद थी कि वह यूपीएससी परीक्षा में चयनित होंगी, लेकिन AIR 89वीं रैंक प्राप्त करना उनके लिए अविश्वसनीय था। IAS UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किए हैं। उनके सभी प्रयास उत्पादकता में बदल गए हैं।
सिविल सेवा परीक्षा की ओर यात्रा समाप्त हो गई है, और उसने बहुत कम उम्र में अपने दिन और रात समर्पित कर दिए हैं।
भविष्य के यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए संदेश साक्षी ने कहा “सफलता के लिए, आपको पाठ्यक्रम से जुड़े रहना चाहिए और , रिवीजन करते रहना चाहिए।
उसने अपनी तैयारी 11वीं कक्षा से शुरू की थी। उसकी माँ ने कहा कि तुम्हें विज्ञान के बजाय मानविकी लेना चाहिए। उसकी तैयारी 11वीं कक्षा से शुरू हुई और उसने कला ली।
मेरी प्रेरणा मेरे पिता हैं। बचपन से ही मैंने उन्हें कड़ी मेहनत करते देखा है। वे अपनी उपलब्धियों से दूसरों को प्रेरित करते रहते हैं।
साक्षी जमुआर के पिता शेखर जमुआर ने बताया कि वह अपनी यूपीएससी परीक्षाओं के प्रति बहुत समर्पित थी और पढ़ाई की सभी रणनीति अच्छी तरह से बनाई गई थी।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने उसकी पढ़ाई के हर पहलू में उसका भरपूर साथ दिया। हमने यूपीएससी की पूरी तैयारी में माता-पिता की अच्छी भूमिका निभाई।