झारखंड में पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं, पर नेतरहाट टूरिज्म हिन्दी में (Netarhat Tourism Hindi) में अपना अलग ही स्थान रखता है। यहां की मनोरम वादियों को देखकर आप मोहित हो जायेंगे इसे देखकर मन से केवल यही आवाज निकलती है…
नेतरहाट की सुंदरता पहाड़ों से है
पहाड़ों की सुदरता झरनो से है
जो देखते हैं ख्वाब जन्नत का उन्हें बता देंगे
कि जन्नत का रिश्ता तो नेतरहाट की तस्वरी से है
जहां सुर्य की पहली किरण पड़ती हो और आखिर भी, नेतरहाट के फिजाओं में आज भी मैग्नोलिया और चरवाहे की प्रेम कहानी महसूस किया जाता हो। एजुकेशन हब के रूप में नेतरहाट विद्यालय की पहचान है। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त देखकर आपका दिल बाग बाग हो जायेगा। तो चलिए शुरू करते हैं नेतरहाट टूरिज्म हिन्दी में (Netarhat Tourism Hindi) स्थल के बारे में…..
Netarhat Tourism स्थल के पांच स्थान
क: सूर्यादय स्थल: उगते सूर्य को आप देखने चाहते हैं तो आपको नेतरहाट में सुबह सुबह उठना पड़ सकता है। तभी आप उसे अपने बिल्कूल नजदीक देख पायेंगे। ऐसा लगेगा जैसे सूर्यदेव आकर आपके गोद में समा जायेंगे। इसके लिए आपको नेतरहाट में सुबह उठकर रेवन्यू बंगला के पास आकर खड़ा हो जाना पड़ेता तभी आप इसका आनंद उठा सकते हैं।
ख: सूर्यास्थ स्थल: नेतरहाट का सनसेट प्वाइंट या कहें मैग्नोलिया प्वांट पर पहुंचकर आप सूर्य को पहाड़ों के चट्टानों में गुम होते देख सकते हैं। सूर्यास्त के समय यहां आसमान को भगवा रंग में रंगे आप साफ देख सकते हैं।
गः उपर घघरी: नेतरहाट से चार किलोमीटर दूर स्थित पहाड़ों के बीच स्थित है उपर घघरी। यहां आकर आप और रोमांचित हो जायेंगे। इसके चारो ओर आपको उंचे उंचे पेड़ों की श्रृंखलाएं कल कल करती जलधाराएं और चिड़ियों को चचहाक सूनाई देगी।
घः नीचे घघरी: यह झरना नेतरहाट से 10 किमी दूर पर अवस्थित है। इसे देखने पर आपको मन कभी वापस आने का नहीं करेगा। घने जंगलों के बीच सकरी रास्तों से होते हूए आप यहां पहुंचेगे तो ऐसा महसूस होगा जैसे स्वर्ग की सैर कर रहे हैं।
ड़: नेतरहाट विद्यालय: नेतरहाट विद्यालय का अलग ही स्थान है। यह मानो एजुकेशन का हब हो। इसकी स्थापना सन 1954 में की गई थी। तब से लेकर अब तक इस विद्यालय से कई आईएएस और आईपीएस निकल चुके हैं। यहां आकर आपको अलग ही प्रेरणा मिलेगा।
इसके अलावा आप यहां के चीड़ वन, शैले हाउस और पलामू बंगला भी देख सकते हैं।
Netarhat Tourism Hindi : नेतरहाट घूमने का सही वक्त
नेतरहाट पर्यटन स्थल कब घूमने जाना चाहिए (When to visit Netarhat Tourism) यदी यह आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा तो आपको यह जानना चाहिए की नेतरहाट घूमने (Netarhat Tourism) किसी भी मौसम में आप जाएं आपको आनंद उतना ही आएगा, क्योंकि यहां हर मौसम में अलग अलग आनंद आता है।
पर यदि पर्यटकों की बात करें तो यहां गर्मी में इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है। उनका मानना है कि गर्मी में नेतरहाट (Netarhat) आने से उन्हें यहां के प्रसिद्ध सूर्योदय और सूर्यास्त (sunrise and sunset) देखने का अलग आनंद आता है और गर्मी में भी आपको यहां आने पर गर्मी का एहसास नहीं होगा और हल्की ठंढ ही महसूस होगा।
इसलिए गर्मी के मौसम में यहां पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हो जाता है।
जल्द ही नेतरहाट में चलेगा जॉय ट्रेन
नेतरहाट को टूरिज्म का हब बनाने के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा कवायद तेज कर दी गयी है। इस सिलसिले में पर्यटन,कला संस्कृति,खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव अमिताभ कौशल के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम ने नेतरहाट का दौरा भी कर चुके हैं।
समिति के सदस्यों ने नेतरहाट के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर बारीकी से जानकारी ली।
प्रशासन नेतरहाट में कोयल व्यू पॉइंट से मोरवाई तक रोपवे का निर्माण के साथ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जॉय ट्रेन चलाने की भी योजना पर काम कर रही है।
इतना ही नहीं इसके अलावा नेतरहाट में पाराग्लाईडिंग, नेतरहाट डैम में बोटिंग, पर्यटकों के विभिन्न पर्यटन स्थलों तक के लिए ई-रिक्शा का संचालन, पर्यटन स्थलों में शेड के निर्माण की योजना है.
कैसे जाएं नेतरहाट-How to reach Netarhat
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि कैसे जाएं नेतरहाट? (How to reach Netarhat) नेतरहाट (Netarhat) जाने के लिए आप यदि हवाई क्षेत्र चुनते हैं तो आपको सबसे पहले राजधानी रांची जाना होगा उसके बाद आपको या तो पर्सनल गाड़ी बुक करनी पड़ेगी या सार्वजनिक परिवहन पकड़ना पड़ेगा, जो आप राजधानी रांची के आईटीआई बस स्टेंड से पकड़ नेतरहाट (Netarhat) पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से नेतरहाट (Netarhat) जाने की बात करें तो आप राजधानी रांची, पलामू प्रमंडल मुख्यालय डालटनगंज या लातेहार उतर कर आपको यहां से भी पर्सनल गाड़ी बुक कर या सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से भी आप नेतरहाट (Netarhat) पहुंच सकते हैं।
नेतरहाट की दूरी (Distance to Netarhat) इन प्रमुख स्थानों से ये है
राजधानी रांची से नेतरहाट की दूरी (Distance from capital Ranchi to Netarhat) – 156 किलोमीटर
प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर से नेतरहाट दूरी (Medininagar to Netarhat distance) -117 किलोमीटर
जिला मुख्यालय लातेहार से नेतरहाट दूरी (Latehar to Netarhat distance) -85 किलोमीटिर
जिला मुख्यालय गुमला से नेतरहाट की दूरी (Gumla to Netarhat distance)- 83.5 किलोमीटर
कहां रुके नेतरहाट में- Where did you stay in Netarhat?
Netarhat Tourism Hindi में सवाल होगा की आखिर कहां रुके नेतरहाट में- ? (Where did you stay in Netarhat)- नेतरहाट (Netarhat) पहुंचने पर आपको यहां पर कई लॉज और हॉटल मिल जायेंगे जहां आप रूक सकते हैं।
नोट: पर ध्यान रहे यदि आप नेतरहाट (Netarhat) घूमने का मन बना लिया है तो कम से कम एक दिन यहां एक से दो दिन रूकने का कार्यक्रम अवश्य बनायें ताकि इस क्षेत्र के खुबसुरती को आप निहार सकें।
अन्य कड़ियां
how netarhat got its name (नेतरहाट कैसे पड़ा नाम)
बासं का बाजार इस क्षेत्र में अधिक पाये जाते हैं और स्थानीय भाषा में नेतरहाट (Netarhat) का मतलब होता है बांस का बाजार।
स्थानीय लोग बताते हैं की बांस अधिकता के कारण इस स्थान का नाम भी इसी कारण से पड़ा। यहां आदिवासियों की जनसंख्या आपको अधिक मिलेगी। यहां पर आपको साल, सागवान, सखुआ और बांस के पेड़ ज्यादा देखने को मिलेंगे।
FAQ
नेतरहाट क्यों प्रसिद्ध है?
अपनी मनोरम वादियों, फिजाओं, मैग्नोलिया और चरवाहे की प्रेम कहानी, नेतरहाट विद्यालय के वजह से।
नेतरहाट कौन सा जिला में पड़ता है?
लातेहार जिला में
नेतरहाट की उंचाई कितनी है?
समुद्र तल से 3769 फीट की उंचाई पर अवस्थित है।
नेतरहाट का अर्थ क्या है?
यह क्षेत्र आदिवासी बहुल हैं और बांस के बाजरा यहां अधिकता है और नेतरहाट का मतलब होता है बांस का बाजरा
जमशेदपुर से ट्रेन से नेतरहाट कैसे पहुंचे?
सबसे पहले आपको टाटानगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ना होगा और या तो आप लातेहार उतरकर नेतरहाट के लिए बस ले सकते हैं या फिर प्राईवेज गाड़ी ले सकते हैं या फिर मेदिनीनग उतरकर बस या प्राईवेट गाड़ी बुक कर नेतरहाट पहुंच सकते हैं।
रांची से नेतरहाट की दूरी कितनी है?
156 किलोमीटर
लातेहार से नेतरहाट की दूरी कितनी है ?
117 किलोमीटर
नेतरहाट कितने दिन रूकना चाहिए ?
कम से कम एक दिन अधिकतम आपकी मर्जी