खूंटी : खूंटी जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सहिया और आंगनबाड़ी सेविकाओं की मदद से सर्वे करा रही है। सर्वे का खास मकसद है कि ग्रामीणों इलाकों में कितने लोग बीमार है और कितने लोगों ने वैक्सीन लिया है। वैसे लोगों को चिन्हित कर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इसका विरोध कर रहे है। मंगलवार को एक मामला तोरपा प्रखंड क्षेत्र के जरिया पंचायत से सामने आई है जहां गुम्पिला गांव की सहिया फिलोमीना भेंगरा और सेविका कर्मेला तोपनो अपने टीम के साथ उनुकदा और पाटपुर गांव गई थी जहां ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।
मामला आज तोरपा थाना पहुंचा और स्वास्थ्य सहिया सेविकाओं ने मामले की पूरी जानकारी पुलिस प्रशासन को दी है। संबंधित मामले में सेविका कार्मेला तोपनो ने बताया कि मई माह के अंतिम सप्ताह में एक बुजुर्ग महिला को कोविड-19 का वैक्सीन दिया गया था। बाद में किसी अन्य बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गयी। ऐसे में उक्त महिला के परिजन सहिया सेविकाओं से सर्वे के दौरान कहने लगे कि आपलोगों ने मेरी मां को वैक्सीन देकर मार डाला। आपलोग ग्रामीणों को जहर का वैक्सीन दे रहे हैं। सेविका कार्मेला और फिलोमिना दोनों आप के ड्यूटी में जुटी थीं कि अचानक एक व्यक्ति टांगी लेकर आया और कहने लगा कि आपलोगों को जान से मार डालूंगा। मेरी मां कम से कम और 5 साल तक जिंदा रहती लेकिन वैक्सीन देकर उसे आपलोग मार डाले हैं। आपलोग गांव में घूमना फिरना बन्द कीजिये।
इस प्रकरण के बाद तोरपा थाना पुलिस ने मामले पर अनुसंधान करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। तोरपा थाना पुलिस ने आज घटनास्थल पर जाकर मामले की विस्तृत रिपोर्ट संकलित की है। उम्मीद की जा रही है कि इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति ग्रामीण इलाकों में न हो और वैक्सीन के प्रति ग्रामीणों के बीच उपजे नकारात्मक रवैये को भी प्रशासन द्वारा बदलने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। तोरपा अंचलाधिकारी ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।