खूंटी: देश को गोल्ड दिलाने वाले हॉकी के महानायक, प्रसिद्ध खिलाड़ी, बेहतर कप्तान, बेहतरीन राजनीतिज्ञ, लेखक व संपादक मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की आज पुण्यतिथि है और उनके जन्मस्थली खूंटी में पहली बार ईस्ट जोन का राष्ट्रीय मैच का आयोजन हो रहा है।
इस मैच में ईस्ट जॉन की कुल 13 टीमें भाग ले रही है। ब्लू एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का भी चयन होना है जो आगे चलकर राष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलेंगे। हॉकी इंडिया ने चार चयनकर्ताओं का टीम खूंटी भेजी है जिसमे हॉकी की पूर्व कप्तान अंसुता लकड़ा, उड़ीसा निवासी सुभद्रा प्रधान, नार्थ ईस्ट से चिल्लेनसाना और उड़ीसा से लाजरूस बारला शामिल हैं।
महिला हॉकी की पूर्व कप्तान रह चुकी असुंता लकड़ा और सुभद्रा प्रधान ने कहा कि हमारी खिलाड़ियों को बेहतर डाइट और मूलभूत सुविधाएं मिलें तो हॉकी में और मेडल देश के नाम होंगे।
झारखंड में खेल के क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन फिजिकली फिटनेस नहीं रहने के कारण राष्ट्रीय स्तर पर हमारे बच्चे अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाते हैं। उन्हें बेहतर डाइट और आधुनिक खेल उपकरण की आवश्यकता है। सरकार अगर खेल के प्रति अपनी उदारता दिखा दे तो झारखंड को खेल के क्षेत्र में कई खेल रत्न मिलेंगे और ओलम्पिक गेम, कॉमनवेल्थ गेम समेत अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के मैचों में अधिक से अधिक मेडल राज्य और देश के नाम होगा।
झारखण्ड की बेटी और हॉकी इंडिया की पूर्व कप्तान सह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी असुंता लकड़ा ने सरकार से व्यवस्थाओं को सुधारने की अपील की है उन्होंने कहा है कि अगर ये सभी सुविधाएं खेल के क्षेत्र में दुरुस्त की जाएं तो मारंग गोमके के जिले से लेकर पूरे झारखंड का डंका राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं अंतरराष्ट्रीय जगत में भी खिलाड़ी अपना परचम लहरायेंगे।