रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: गुरुकुल के निदेशक तथा राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन के युथ सेल के प्रदेश आईटी कोऑर्डिनेटर गजेंद्र नाथ चौहान ने फिर एक बार विद्यार्थियों की समस्या के लिए आवाज उठाया है। उन्होंने सामान्य प्रयोजन समिति के सभापति श्री सरयू राय जी को इस विषय से अवगत कराया है कि जिस तरह कोरोना काल के कारण पूरा राज्य संकट से जूझ रहा है इस दौरान विद्यार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है। राज्य में आईटीआई सत्र (2018-2020) की फाइनल परीक्षा अभी तक राज्य सरकार ने नहीं ली है। जिसके कारण लगभग एक लाख विद्यार्थियों के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो चुकी है।उनका सत्र 1 साल विलम्ब चल रहा है।राज्य में कुल 324 आईटीआई प्रशिक्षण केंद्र संचालित हैं। इनमें से 264 एनसीवीटी द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। अनुमानित आंकड़ों के अनुसार लगभग एक लाख विद्यार्थियों की भविष्य संकट में है। कोरोना महामारी की वजह से झारखंड सरकार लगातार आईटीआई परीक्षाओं को टालती रही है। ऐसे में अब इन विद्यार्थियों के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो चुकी है। वर्तमान में उन्हें ना तो नौकरी मिलेगी और ना ही डिप्लोमा में नामांकन।
उन्होने सभापति महोदय से आग्रह किया है कि छात्र हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार परीक्षा परिणाम अविलंब प्रकाशित करे एवं समाधान निकालने की कृपा करें।