लातेहार: हमारी सासु माँ चाहती तो धर्मशाला अथवा मंदिर का निर्माण करवा सकती थी परन्तु उन्होंने शिक्षा का महत्व दिया, जहाँ प्रत्येक धर्म एवं समुदाय के लोग शिक्षा ग्रहण कर सके।
आज हमलोग बनवारी साहू महाविद्यालय का उदेश्य पुरा होते देखकर बहुत हीं उत्साहित हैं उक्त बातें आज बीएस कॉलेज के 41वां स्थापना दिवस पर महाविद्यालय की सचिव अंजू गुप्ता ने कही। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। इससे पूर्व महाविद्यालय का 41 वाँ स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
समारोह की शुरूआत महाविद्यालय के संस्थापक सदस्य कृष्णा प्रसाद गुप्ता, सचिव अंजू गुप्ता व प्राचार्य प्रदीप कुमार तिवारी के द्वारा संयुक्त रूप से बनवारी साहु की प्रतिमा पर मार्ल्यापन और दीप प्रज्जवलीत कर कार्यक्रम किया गया। छात्र-छात्राओं के द्वारा स्वागत गीत गाया गया। स्वागत भाषण में प्राचार्य ने बताया की महाविद्यालय की स्थापना 15 अप्रैल 1984 में उस परिस्थिति में किया गया जब यहाँ उच्च शिक्षा की नितांत अभाव था।
उस समय बनवारी साहु के पत्नियों के द्वारा भुमिदान किया गया एवं संस्थापक सचिव स्व0 केदार प्रसाद गुप्ता के द्वारा महाविद्यालय को मुर्त रूप दिया गया। महाविद्यालय के कर्मि अल्प राशि पर जीवित रह कर विद्या दान देना प्रारंभ किये। महाविद्यालय कई प्रकार के थपेडों एवं झंझावातों को झेलते हुए आगे बढ़ते रहा।
सन् 2011 ई0 में महाविद्यालय के इतिहास में एक नया मोड़ आया क्योंकी इसी महाविद्यालय के छात्र रह चुके स्थानीय विधायक बैद्यनाथ राम शिक्षा मंत्री का पद को सुशोभित किये तथा महाविद्यालय को अपने मंत्रित्व काल में न सिर्फ स्थायी संबद्धता प्रदान किया बल्की महाविद्यालय को अनुदानित महाविद्यालय की श्रेणी में खड़ा कर दिया। युजीसी के द्वारा नैक से मुल्यांकण अनिवार्य करने के कारण महाविद्यालय के कर्मी तथा सचिव अंजू गुप्ता के अथक प्रयास से महाविद्यालय को नैक के द्वारा ग्रेड बी की मान्यता प्रदान की गयी और महाविद्यालय अच्छे गुणवत्ता वाले महाविद्यालयों की श्रेणी में आ खड़ा हुआ। वर्तमान में महाविद्यालय विज्ञान संकाय तथा व्यवसायिक शिक्षा की मान्यता के लिए प्रयासरत है।
इस अवसर पर बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं के बीच पुरस्कार वितरित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के वरिष्ठतम् शिक्षक प्रो0 सुरेश प्रसाद के द्वारा और मंच संचालन अनुपम मिश्रा के द्वारा किया गया। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन प्रो0 नवल किशोर प्रसाद के देखरेख में किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित थे।