हजारीबाग: हमारे बुजुर्ग हमारे घर, परिवार और समाज की शान हैं| ऐसा कहा जाता है की बुजुर्गों के सम्मान और आशीर्वाद से हमारे हर काम सफल होते हैं और हम नित नई उन्नति की ओर अग्रसर होते है| हमें समाज के ऐसे बुजुर्गों का सम्मान और आदर करना चाहिए जिनके साथ कोई अपना ना हों |
ऐसे ही एक बेसहारा बुजुर्ग दंपति विगत कई महीने से बीमारियों के कारण सदर अस्पताल में शरण लिए हुए हैं| समाज के कई मानवता प्रेमियों ने अपने स्तर से इनकी हरसंभव मदद की| लेकिन बड़ी उम्र और कमजोर शरीर के बाबजूद अपने वृद्ध पति इचाक के कवातु स्थित ग्राम तिलरा निवासी मुकेश्वर उपाध्याय के लिए उनकी धर्मपत्नी पूनम देवी ने उनके कुशलता के लिए जो बीड़ा उठाया है वह कोई सावित्री ही कर सकती है| उन्हें किसी ने सदर अस्पताल में जननेता सदर विधायक के झंडा चौक स्थित कार्यालय का पता बताया तो बेचारी वृद्धा अवस्था में भी बड़ी उम्मीद और आश के साथ सदर विधायक मनीष जायसवाल से मिलने उनके दर पर पंहुची| मानवता और इंसानियत के पुजारी जननेता सदर विधायक ने इनकी व्यथा सुनते ही तुरंत इनके बेड पर जीवन व्यतीत कर रहे पति के लिए एक व्हील चेयर और यथासंभव आर्थिक सहयोग दिए| विधायक श्री जायसवाल के इस नेक और जिंदादिली सोंच से प्रभावित होकर वृद्ध माता प्रेमपूर्वक उनके गले से लिपट गयी और फफक- फफक के रोते हुए उन्हें दोनों हाथों से आशीर्वाद देते नहीं थकी| विधायक श्री जायसवाल भी भावुक हो गए और उनके आँखें भी डबडबा गयी| उन्होंने भी वृद्ध माता को सीने से लगा दिया और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया |
विधायक श्री जायसवाल यूँ तो सदैव लोगों के दुःख- दर्द और खुशियों के क्षणों में सहभागी बनते है लेकिन ऐसे क्षणों में वो अतिभावुक हो जाते है और बरबस सामने वाले जरूरतमंद की भावनाओं में खो जाते है| विधायक श्री जायसवाल यह मानते है की राजनीति समाजसेवा का माध्यम है और समाज के हरेक जरुरतमंदों की भावनाओं का कद्र और सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए |