खूंटी: खूंटी जिले भर के इकलौते बिरसा महाविद्यालय का National Assessment and Accreditation Council (NAAC) की टीम द्वारा महाविद्यालय के लेखा-जोखा और जाँच के लिए दौरा किया गया।
इस दौरान NAAC की टीम के द्वारा महाविद्यालय के संचालन और क्रियाकलाप की जानकारी ली गयी। जाँच करने आए अधिकृत टीम में डॉ वादुयागिरी राजेंद्र, डॉ ए. वेंकटरमन अर्धानरी, डॉ अस्मिता वैद्य, डॉ एच.सी. चिलप्पा ने महाविद्यालय संबंधी सभी प्रकार के दस्तावेजों की जानकारी लेते हुए अन्य क्रियाकलापों की भी जानकारी ली। इसी क्रम में टीम ने यह महाविद्यालय का “नेक” का योग्यता और अर्हताएं पूरी कराने के दृष्टिकोण से दो दिनों तक इसपर गहन जाँच की। इसी क्रम में टीम ने महाविद्यालय परिसर और भवनों का भी निरीक्षण किया और पुराने तथा नए विद्यार्थियों से मुलाकात की।
बता दें कि 1961 से चल रहा यह बिरसा महाविद्यालय जिले भर का इकलौता महाविद्यालय है। जिसमें हजारों विद्यार्थियों ने अपना मार्ग प्रशस्त किया है। और खेल की दुनिया में भी प्रतिष्ठा दिलाने वाला यह महाविद्यालय 1968 से संचालित है। इसी महाविद्यालय से भविष्य में विद्यार्थियों का भी भाग्य बदलने के लिए नेक के द्वारा मान्यता मिले इसके लिए निरीक्षण किया जा रहा है।
टीम के द्वारा निरीक्षण के क्रम में कई सवाल किए गए जिसमें महाविद्यालय परिवार ने इनके द्वारा किए गए प्रश्नों का उत्तर सिलसिलेवार ढंग से दिया और संतुष्ट कराने का प्रयास किया गया। जिसमें महाविद्यालय की उपलब्धि, खेल प्रतिभा, लाइब्रेरी, भवन व कमरे, आय-व्यय का लेखा जोखा और तौर तरीका आदि पर चर्चाएँ हुई।
इसी क्रम में UGC और NAAC के चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को खूंटी सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की ओर से जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार के द्वारा ट्राइब इंडिया एवं ट्राईफेड के द्वारा निर्मित गिफ्ट पैक देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। मनोज कुमार ने कहा कि बिरसा महाविद्यालय का इतिहास में पहली बार नैक के के द्वारा जाँच किया जा रहा है। नैक के द्वारा इसे मान्यता मिल जाने से जिले के इकलौते महाविद्यालय में हजारों गरीब विद्यार्थियों को पठन-पाठन के लिए सुविधा मिल जाएगी।